प्रो. नवलकिशोर यादव छात्र आंदोलन के गर्भ से उपजा एक खास व्यक्तित्व

पटना(बिहार) ।। प्रो, नवलकिशोर यादव छात्र आंदोलन के गर्भ से उपजा एक खास व्यक्तित्व जो शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से लगातार तीसरी बार अपनी किस्मत आजमाने को तैयार, पटना नालन्दा और नवादा जिला को मिलाकर एक शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से हमेशा चुनाव लड़कर सड़क से लेकर विधानसभा में शिक्षकों के बेहतरी के लिए अपनी आवाज को बुलंद करते रहे हैंऔर शिक्षक समुदाय के लिए हमेशा समर्पित रहते हैं, यही कारण है कि शिक्षकों के बीच तो प्रसिद्ध है ही युवा बर्ग भी इन्हें पसंद करते हैं अपनी राजनीति पारी की सुरुआत लालू प्रसाद के विचारों और सिद्धांतों से प्रभावित होकर किया था और पहली बार राजद की ओर से शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदबार बने और चुनाव भी जीता बाद के दिनों में राजनैतिक मतभिन्नता के कारण राजद छोड़कर भाजपा में शामिल हो गये और पटना लोकसभा क्षेत्र से चुनाव भी लड़ना चाहते थे मगर मौका नहीं मिल पाया था, परन्तु शिक्षक प्रतिनिधि के तौर पर पुनः निर्वाचित हुये और विधानपरिषद बने, यही से उनकी राजनैतिक गतिविधियां लगातार जारी है, आगामी विधानपरिषद चुनाव जो शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से होनेबाला है उसमें एनडीए प्रत्याशी के रूप में लड़ना तय है, इनका मानना है कि पुनः हम विजयी होंगें क्योंकि हर बर्ग में हमारी पकड़ है और जितना काम शिक्षकों के लिए किया है आजतक किसी ने नहीं किया है, कई उच्च विद्यालय और महाविद्यालय के शिक्षकों से पूछने पर बताया कि नवलकिशोर यादव हमलोगों के लिए हमेशा हर तरह से तैयार रहते हैं इस बार भी उन्हीं को जिताना हैहालांकि अभी राजद पार्टी ने अपने उम्मीदबार के नाम की घोषणा नहीं किया है पर प्रो नारायण यादव का नाम राजनैतिक गलियारे में चर्चा का विषय बनी हुई है, देखना है इस बार चुनाव रोचक होगी, एक तरफ एनडीए के उम्मीदबार होंगे तो दूसरी तरफ गठबन्धन के उम्मीदबार, पर इतना तय है कि नवलकिशोर यादव अपने कार्यों के बल पर चुनावी नैया पार करेंगें तो दूसरी तरफ राजद उम्मीदबार राजद के सहारे अपनी नैया को पार लगाने का अथक प्रयास करेंगें हालांकि पिछले चुनाव में भी राजद उम्मीदबार की हार इनसे हुई थी चुकी इन्होंने शिक्षकों के बीच जबरदस्त पकड़ बना ली है, इनका अभियान सुरु हो चुका है जबकि विपक्षी उम्मीदबार का अभी कोई चर्चा तक नहीं है

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट