
जीतन राम माँझी ने एक महीने का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देने की घोषणा की,हम ने किया माँग सरकारी कार्यालयों को भी बंद करें मुख्यमंत्री
- Lalu Yadav, Reporter Jharkhand/Bihar
- Mar 24, 2020
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बिहार से ब्यूरो चीफ देवेन्द्र कुमार की रिपोर्ट
पटना कोरोना जैसी अंतर्राष्ट्रीय आपदा को लेकर पुर्व मुख्यमंत्री जीतन राम माँझी सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने को तैयार है।इस कड़ी में माँझी पुर्व में जनता कर्फ़्यू के साथ-साथ सरकार के हर फ़ैसले में उनके साथ दिखाई दे रहें हैं।आपदा की इस घड़ी में पुर्व सीएम जीतन राम माँझी ने अपना एक महीने का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देने की घोषणा की है।माँझी ने बताया की संकट के इस घड़ी में सबकी जवाबदेही बनती है की वह सरकार की मदद करें और सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित करे।माँझी ने आम जनता से अनुरोध करते हुए कहा कि कोरोना से लड़ाई एक ऐसी लड़ाई है जो घर में रहकर ही लड़ा जा सकता है इसलिए सबको सरकार के आदेश का पालन करते हुए अपने घरों में रहना चाहिए।लॉकडाउन के बीच सरकारी कार्यालयों को खोलने के आदेश को लेकर हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बड़ी माँग की है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ दानिश रिजवान ने सरकारी कार्यालयों को बंद करने की माँग करते हुए कहा कि जब प्राईवेट कार्यालयों को कोरोना के ख़तरों के कारण बंद करके ऑफिस फ्रोम होम कर दिया गया है तो फिर सरकारी कार्यालयों को खोलने का आदेश देना बेमानी है।दानिश में सरकारी कार्यालयों को खोले जाने के आदेश पर तंज कसते हुए कहा कि क्या सरकारी कर्मचारियों ने अमृत पिया हुआ है कि उन्हें कोरोना नहीं होगा। इस तरह का आदेश सूबे को कोरोना मुक्त बनाने के तरफ़ चल रहे कदम के लिए रूकावट साबित होगा इसलिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस मामले में स्वंय हस्तक्षेप कर सरकारी कर्मचारियों को कोरोना से बचाए और सभी कार्यालयों को बंद करने का आदेश जारी करें.
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