लॉक डाउन का उलंघन बैंक और बाजार में सोसल डिस्टेंस नहीं

बिहार से ब्यूरो चीफ देवेन्द्र कुमार सिमुलतला से मुकेश कुमार की रिपोर्ट  

जमुई सिमुलतला ।।  थाना क्षेत्र के सिमुलतला,असहना, लोहिया चोक,टेलवा बाजार के सभी ग्राहक सेवा केंद्र एवं दक्षिण बिहार ग्रमीण बैंक में सोसल डिस्टेंस का पालन करना तो दूर दर्जनों महिलाओं को अपना नम्बर पहले आने के लिये आपाधापी करते देखा गया।यहाँ जागरूकता का आभाव कहें या लापरवाही चाहे जो हो यहाँ प्रशासन का उत्तरदायित्व बनता है कि वो सोसल डिस्टेंस का कड़ाई से पालन करवाएं ताकि लॉक डाउन बेअसर हो नहीं पाये।यहां कोरोना वायरस को लेकर सरकार द्वारा जब से लाकडाउन की घोषणा की गई है उसी समय से ही सरकारी व्यवस्था के तहत वाहनों में लाउडस्पीकर लगाकर गांव एवं गली मुहल्लों में कोरोना वायरस से सतर्कता के तरकीबें एवं शोशल डिस्टेंसिंग को लेकर लगातार लोगों को जागरूक किया गया. लेकिन ऐसा लगता है कि इस जागरूकता का आम लोगों पर कुछ खास असर नही पड़ा और क्षेत्र में जहां तहां लोगों की अनावश्यक भीड़ लगना आम बातें बन गई है। जबकि कोरोना वायरस को रोकने का मात्र एक उपाय है शोशल डिस्टेंसिंग है।नोवेल कोरोना विपदा को लेकर सरकार द्वारा जनधन खाता,स्कूली छात्रों के खाता ,में जो राशि डाले गए है उस राशि को उठाने के लिए लोग अपनी जिंदगी दाव पर लगा रहे हैl और लॉक डाउन का धज्जियां उड़ा रहे हैं हालांकि प्रसासन की पेट्रोलिंग गाड़ी को देखते ही कुछ लोग छिप जाते हैं तो कुछ भाग जाते हैं वहीं कुछ लोग कुछ माक्स लगा लेते तो कुछ दूरी बनाए है और पुलिस को जाते ही पुनः भीड़ लगा दिया करते हैं।जिससे क्षेत्र के विभिन्न बैंकों में उमड़ती लोगों की भीड़ इस बात का तो साक्षी जरूर है कि उनलोगों पर सरकारी नियमों का कोई असर नही पड़ता है। पत्रकारों से बातचीत में क्षेत्र के विभिन्न छोटे बड़े बैंकों के संचालक, कर्मचारी एवं प्रबन्धको का कहना है कि हमलोगों ने बैंकों का मुख्य द्वार बंद कर दिया है, एक वार में महज चार से पांच लोग बैंक के भीतर जमा निकाशी के लिए प्रवेश करते है लेकिन बैंकों के बाहर जो भीड़ एकत्रित होती है लोग समझने को तैयार ही नहीं है।

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