जमुई के कन्टेन्टमेंट जोन में 28 दिनों के लिए 6 गांव लाॅक 936 घरों के 8248 लोगों की होगी स्क्रीनिंग

ब्यूरो चीफ देवेन्द्र कुमार के साथ शक्ति प्रसाद शर्मा की रिपोर्ट

बिहार / जमुई ।। देश के हाॅटस्पाट मुंबई से जमुई लौटे कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने वाले लोगों के ट्रेवल हिस्ट्री की जानकारी ली गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने झाझा प्रखंड के सभी 10 संदिग्ध लोगों के मुंबई से झाझा पहुंचने के दौरान तथा चितोचक गांव में तीन दिन रुकने के क्रम में किन-किन लोगों के संपर्क में आया और किन-किन जगहों पर वे लोग गए इसकी पूरी पड़ताल की गई। इधर, कोरोना पॉजिटिव युवक का गांव 28 दिनों तक कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया। इस गांव से इस गांव से सटे अन्य पांच गांवों को भी सील कर दिया गया है। अब इन सभी गांवों के लोग लॉकडाउन का पालन करते हुए अपने-अपने घरों में रहेंगे। बता दें कि 13 मई को कोड़वाडीह गांव का एक युवक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई। इसके बाद प्रशासन के द्वारा हर एहतियात कदम उठाए जा रहे हैं। जिले में पहला कोरोना पॉजिटिव युवक का चेन किन-किन लोगों से जुड़ा है इसकी पड़ताल की जा रही है, ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।खैरा प्रखंड के कोड़वाडीह गांव से सटे अन्य पांच गांवों को भी कंटेनमेंट जोन में रखा गया है। इस गांव के आस-पास के इलाके को सील कर दिया गया है। जिनमें कोड़वाडीह के अलावे डेहरीडीह, मंझगांय, कोदवारी, कृष्णा नगर, व दिनारी गांव शामिल है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन गांव में डोर- टू-डोर सर्वे किया जाएगा। जिला स्वास्थ्य समिति के प्रबंधक सुधांशु नारायण लाल ने बताया कि इन छह गांवों के 936 घरों को चिह्नित किया गया है। जिसमें रहने वाले 8248 व्यक्तियों की जांच की जाएगी। कंटेनमेंट जोन के लिए छह प्रभारी नोडल पदाधिकारी नियुक्त किए गए हैं।

मुंबई के वर्ली से कुछ दिनों में सभी 10 लोग कार से पहुंचे जमुई

कोरोना पॉजिटिव युवक के साथ यात्रा करने वाले झाझा के चितोचक गांव के 10 लोगों का स्वास्थ्य विभाग ने ट्रेवल हिस्ट्री की जानकारी ली। इस दौरान चितोचक के युवकों ने बताया कि वे 8 मई को वरली (मुंबई) से यात्रा शुरू की और 400 किमी का सफर तय करने के बाद उनकी कार खराब हो गई। वे लोग सिंधुआ में खुले आसमान के नीचे 12 घंटे रुके रहे। जब उनकी गाड़ी ठीक हुई तो वे लोग 9 मई की सुबह 8:45 बजे सिंधुआ से यात्रा शुरू की और इंदौर पहुंचे। जहां उन्होंने दोपहर का भोजन किया। इसके बाद सागर पहुंचे और गाड़ी में पेट्रोल लेकर फिर सफर कर दामू पहुंचे जहां उन लोगों ने रात का डीनर लिया और वहीं रुक गए। 10 मई को दामू से अहले सुबह यात्रा शुरू कर रीवा पहुंचे जहां एक होटल में स्नान किया और दोपहर का टिफिन लिया। इसके बाद वे लोग यूपी के मिर्जापुर पहुंचे जहां से कुछ मित्रों को लेकर डेहरी ऑन सोन पहुंचे जहां रात का डीनर लिया। 11 मई की सुबह 5 बजे वे लोग लम्बी यात्रा कर कोडरमा पहुंचे और झुमरी तिलैया में चाय पी। जहां पुलिस ने उनके ट्रेवल हिस्ट्री की जानकारी लेते हुए उनकी जांच की। इसके बाद वे जमुई पहुंचे और संक्रमित युवक को कोड़वाडीह में उसके भाई को सौंपा और सभी लोग झाझा के चितोचक चले गए। गांव पहुंचकर वे पहले घर गए। फिर गांव वालों के कहने पर वे लोग गांव के पास ही एक पोल्ट्री फार्म में ठहर गए। इस दौरान कोड़वाडीह के युवक के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद उनके भी सैंपल लिए गए।

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