पटना के 114 इलाकों में ऑटो बंद - डीएम पटना

ब्यूरो चीफ देवेन्द्र कुमार की रिपोर्ट

बिहार / पटना ।। कोरोना संक्रमण काफी तेजी के साथ बढ़ रहा है. राज्य सरकार की ओर से कोरोना की रोकथाम को लेकर पुरे प्रदेश में लॉक डाउन का एलान किया गया है. राज्य में 16 जुलाई से 31 जुलाई तक पूर्ण लॉक डाउन की घोषणा पहले ही कर दिया गया है. राजधानी पटना में इसे सख्ती के साथ लागू करने की पूरी तैयारी कर ली गई है . पटना के 114 इलाकों में ऑटो का परिचालन बंद किया गया है डीएम कुमार रवि ने पटना के 114 इलाकों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया है. इन 114 कंटेनमेंट जोन में आवागमन पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा. जब तक कि इन्हें डिकंटेनमेंट घोषित नहीं कर दिया जाता. इन 114 इलाकों को छोड़कर बाकी के इलाकों में ऑटो और टैक्सी चल सकेंगी. बसों के परिचालन के साथ ही पार्को की सैर पर पूरी तरह रोक रहेगी. सड़कों पर बेवजह घूमने वालों पर प्रशासन की सख्त नजर रहेगी.  शहरी क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक चौक-चौराहों पर बैरिकेडिग और ट्रॉली लगाकर वाहनों की जांच सख्ती के साथ की जाएगी. पटना जिला प्रशासन की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक पटना सिटी अनुमंडल में 23, पटना सदर में 38, दानापुर में 38, मसौढ़ी में 7 और पालीगंज में 8 इलाकों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है. 114 कंटेनमेंट जोन में स्थित 15938 घरों में 77027 लोगों की आबादी है. पटना सिटी के 23 कंटेनमेंट जोन में घरों की संख्या 6739 और व्यक्तियों की कुल संख्या 29977 है. पटना सदर अनुमंडल अंतर्गत 38 कंटेनमेंट जोन में घरों की संख्या 332 और व्यक्तियों की संख्या 1499 है. दानापुर अनुमंडल के 38 कंटेनमेंट जोन में घरों की संख्या 4545 और व्यक्तियों की संख्या 22061 है. मसौढ़ी के 7 कंटेनमेंट जोन में व्यक्तियों की संख्या 1943 और घरों की संख्या 9249 है. पालीगंज अनुमंडल के आठ कंटेनमेंट जोन में घरों की संख्या 2379 और व्यक्तियों की संख्या 14241 है.बिना परिचय-पत्र और जायज वजह के वाहन से कहीं भी आने-जाने की अनुमति किसी को नहीं दी जाएगी. सरकारी और आपात सेवा में लगे कर्मियों के परिचय-पत्र की भी जांच जगह-जगह की जाएगी. आवश्यक और आपात सेवा के कर्मियों को सिर्फ कार्यस्थल तक आने-जाने की अनुमति ही मिलेगी. लॉकडाउन के दौरान कंटेनमेंट जोन के इलाकों में सख्ती और बढ़ाई जाएगी. आवागमन पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है  !

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