मोबाइल बना पाठ्य सामाग्री का अंग विद्या वाहिनी ऐप्प से पढ़ सकेंगे वद्यार्थी

सिमुलतला ।। विद्या वाहिनी ऐप्प को लांच होते ही घर पर  रह कर  पुस्तकों के अभाव में भी पढ़ाई की विकल्प मिल गया है।कभी अवरोध करने वाला मोबाइल ही अब बन गया पढ़ाई की यंत्र । वैशिक  खतरा कोरोना महामारी जैसे संकट के बादल में सबसे ज्यादा  बच्चो का पढ़ाई ही नुकसान हो रहा था,ऐसे में विद्यालय कोचिंग,एवं ट्यूशन  पूरी तरह बंद है। जिसके कारण बच्चे का पढ़ाई  बिल्कुल नदारत हो चुका था।ऐसे खली समय में बच्चे मोबाइल में  कार्टून व गेम खेल कर टाइम पास कर रहा था।जिसके कारण उन्हें अभी मोबाइल ज्यादा प्यारा लगने लगा है,  इस बात का ध्यान रखते हुए बिहार टेक्स्ट बुक कॉर्पोरेशन ने विद्या वाहिनी एप्प लॉन्च किया,जो छत्रों के शिक्षा के लिये विद्या वाहिनी ऐप्प संजीविनी बन कर आ चुका है।अब छात्र इस ऐप्प माध्यम से घर पर ही रहकर अपने पाठशाला की पढ़ाई पूरा कर सकता है।

शिक्षा सूत्रों  के अनुसार प्राईमरी एजुकेशन डायरेक्टर रंजीत कुमार सिंह ने सूबे के सभी जिले के डी ई ओ को निर्देशित करते हुए कहा कि विद्यालय के सभी शिक्षकों को सभी विद्यार्थियों के अभिभावकों के मोबाइल में गूगल प्ले, या बिहार टेक्स्ट बुक कॉर्पोरेशन के ऑफिशियल साइट से डाउनलोड करवाएं। उक्त अप्प में कक्षा 1 से कक्षा 12 तक चेप्टर वाइज सभी पुस्तकों को अपलोड किया गया है। जिससे बच्चे अपनी पढ़ाई बिना किसी असुविधा के पूरी कर सकता है। वहीं क्षेत्र के शिक्षक मनोज कुमार यादव, रविंद्र यादव, कालेश्वर यादव, रूदल राम ने कहा कि यह विद्या वाहिनी ऐप्प अपने नाम के अनुकूल ही काम करता है, इस ऐप्प के उपयोग से बच्चों की पढ़ाई में हो रहे व्यवधान बहुत हद तक समाप्त होगा,और पढ़नेवालों के लिये पढ़ाई में पंख लग जायेगा। बसर्ते छात्र कार्टून और गेम के की जगह अपने -अपने एंड्रॉइड मोबाइल हैंडसेट के गूगल प्ले स्टोर में विद्या वाहिनी ऐप्प को डाउनलोड कर पढ़ाई करना सुरु करें।

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