
मरीज का आपरेशन कर पेट में बैन्डेज छोडा़
- Lalu Yadav, Reporter Jharkhand/Bihar
- Oct 18, 2020
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चांद ।। नीजी चिकित्सक के द्वारा पैसे के लिए महिला के पेट का आपरेशन करने एवं बैन्डज पेट में छोडने का मामला उजागर होने से हडकंप मचा हुआ है। नीजी चिकित्सक के द्वारा महिला रोगी को पैसे के लिए अनावश्यक पेट को चिडने फाडने का आरोप लगाया जा रहा है।स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी एवं पैसे की लालच से नीजी चिकित्सकों के द्वारा मरीजों के साथ किये जाने वाले व्यवहार हैरान करने वाला है।आमतौर चिकित्सकों को भगवान का दर्जा दिया गया है। लोगों में चिकित्सकों के प्रति काफी सम्मान है।लेकिन नीजी चिकित्सकों के द्वारा मरीजों के साथ खिलवाड़ किये जाने से लोगों में बेहद गुस्सा है।चांद सेवा श्रम अस्पताल में चिकित्सकों के द्वारा महिला रोगी के साथ किये जाने वाला काम चिकित्सा व्यवसाय करने वाला को बदनाम कर रख दिया। प्रखण्ड से तीन किमी दूर पिपरिया गाँव के दलित परिवार की महिला मधु देवी उम्र 30 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चांद ईलाज कराने के लिए गई। आशा स्वास्थ्य कर्मी ने कमीशन के लालच में उसे फुसलाकर सेवा श्रम अस्पताल में ले गई। सेवा श्रम अस्पताल के चिकित्सक शिव प्रकाश यादव ने कहा कि महिला के पेट में बच्चेदानी खराब हो गई है। चिकित्सक ने आपरेशन कर बच्चेदानी निकाल देने के लिए कहा। दलित परिवार महिला मधु देवी एवं पति रवि खरवार ने चिकित्सक के झांसे में आकर पेट का आपरेशन करा दिया। आपरेशन के बाद भी महिला का पेट दर्द कम नहीं हुआ। महिला ने ईलाज के लिए केजी नंदा अस्पताल चंदौली गई तो अस्पताल के चिकित्सक ने महिला के पेट जांच के लिए प्रकाश जांच केंद्र वाराणसी भेजा। महिला की जांच रिपोर्ट आने के बाद केजी नंदा अस्पताल के चिकित्सक की माथा चकराया। चिकित्सक ने महिला से कहा कि पुर्व में आपरेशन करने वाला चिकित्सक आपरेशन करते समय पेट में बैन्डज छोड़ दिया है। चिकित्सक ने महिला को बताया कि चिकित्सक ने बच्चेदानी भी नहीं निकाला है। केजी नंदा अस्पताल के चिकित्सक ने 36 हजार रुपये के अनुबंध पर महिला मधु देवी का आपरेशन किया। महिला अस्पताल में अभी ईलाज करा रही है एवं जीवन मौत से जूझ रही है। गरीब परिवार को ईलाज के लिए पैसे नहीं है। महिला मधु देवी के पति रवि खरवार ने सेवा श्रम अस्पताल के चिकित्सक से पत्नी के साथ गलत ईलाज करने एवं जीवन के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। लेकिन घमंड में चुर चिकित्सक शिव प्रकाश यादव ने रवि खरवार को भगा दिया। चिकित्सक ने कहा कि जो करना है कर लो। रवि खरवार ने भ्रष्टाचार व अपराध नियंत्रण समिति के कार्यलय में आवेदन देकर पीड़ित व्यक्ति ने न्याय की गुहार लगाई। पीड़ित के आवेदन पर भ्रष्टाचार व अपराध नियंत्रण समिति ने बिना लाइसेंस का आपरेशन करने एवं नर्सिंग होम चलाने एवं पैसे के लिए महिला के जीवन से खिलवाड़ करने पर कारवाई के लिए जिलाधिकारी पुलिस अधीक्षक एवं सिविल सर्जन को पत्र देकर सारे मामले से अवगत कराने एवं दोषी चिकित्सक पर कारवाई करने की मांग की है। चांद बाजार में बहुत से चिकित्सक बीना रजिस्ट्रेशन कराये अस्पताल नर्सिंग होम चलाने में लगे हुए हैं। इसकी जानकारी देने के बाद भी सिविल सर्जन के द्वारा कारवाई नही किये जाने पर। फर्जी डिग्री वाले चिकित्सक मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। बताया जाता है कि निजी चिकित्सकों से स्वास्थ्य कर्मी आशा भी मिली हुई है। आशा के द्वारा गरीब परिवार की भोले भाले मरीजों को कमीशन के लालच में चिकित्सक के नाम पर कसाई के हाथ में इलाज के लिए पंहुचा देती है।रवि खरवार मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता है। दलित रवि खरवार पत्नी इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती है तीन छोटे छोटे बच्चे का भरणपोषण करे की इलाज के लिए पैसे जुटाए। गाँव वालों ने कहा कि चिकित्सक को इलाज का पुरा पैसे देने चाहिए। आरोपी चिकित्सक शिव प्रकाश यादव उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। ने आरोपों से इन्कार किया ्
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