
चुनाव प्रचार में आई तेजी किसान व मजदूर चुनाव को लेकर हैं उदासीन
- Lalu Yadav, Reporter Jharkhand/Bihar
- Oct 18, 2020
- 340 views
चांद ।। मतदान की तारीख नजदीक आते ही चुनाव प्रचार में उम्मीदवार अपनी पुरी ताकत झोंक दी है। राजनीतिक दलों के प्रत्याशी के बड़े बड़े नेताओं को चुनाव प्रचार में कुद जाने से चुनाव की सरगर्मी पुरी तरह उफान पर है। निर्दलीय उम्मीदवार भी अपनी पुरी ताकत चुनाव प्रचार में झोंक दी है। प्रखण्ड में कुल मतदाताओं की संख्या 89107 है। जिसमें महिला मतदाता 42849 एवं नये मतदाता 4742 है ं।लगभग सभी मतदाता किसान मजदूर है। किसान मजदूर सरकार के द्वारा किसानों के उपज फसल धान गेंहू की खरीद समर्थन मूल्य पर नहीं किये जाने से मतदाताओं में नाराजगी है। इस संबंध में गांवों में जाकर किसान श्याम विहारी कुशवाहा आदि से पुछा गया तो किसानों ने आरोप लगाया कि सभी सरकार किसानों की उपेक्षा कर रहीं हैं। कुशवाहा ने किसानों के प्रति नेताओं के छल से दुखी मन से कहा कि मतदान करने की इच्छा नहीं कर रहा है। किसान मजदूर संघर्ष समिति के पंचायत नोडल सुधीर कुमार दूबे ने आरोप लगाया कि वर्तमान विधायक ने किसानों के साथ छल किया। उन्होंने ने कहा कि पिछले साल किसानों को धान गेंहू का समर्थन मूल्य का लाभ नहीं मिला। वर्तमान समय में किसान औने पौने दाम पर गेंहू चावल बेचने को मजबूर है उन्होंने ने कहा कि स्थानीय विधायक ने इसके लिए कोई पहल नहीं किया। सरकार एवं नेताओं के प्रति मतदाताओं में गुस्सा है। मतदाताओं ने आरोप लगाया कि चुनाव के बाद सभी नेता किसानों एवं मजदूरों से किया गया वादा भूल जाते हैं। किसानों की मतदान के प्रति गुस्सा एवं उदासीनता प्रत्याशियों के माथे पर चिंता ला दिया है। प्रत्याशियों को डर लग रहा है कि नाराज किसान मजदूर मतदाता किधर एकजुट होकर मतदान की पक्ष कर देगें। सभी प्रत्याशी किसानों एवं मजदूरों को मनाने में जूटे है । राजनीतिक दलों एवं प्रत्याशियों को इंतजार है 22 अक्टूबर को किसान मजदूर संघर्ष समिति की होने वाली बैठक का। चुनाव को ध्यान में रखते हुए एवं उपज धान की फसल समर्थन मूल्य पर खरीदारी करने की रणनीति पर चर्चा के लिए प्रखण्ड मुख्यालय पर किसान मजदूर संघर्ष समिति की बैठक होने वाली है। ध्यान रहे की प्रखण्ड में समिति किसानों एवं मजदूरों के बीच काफी लोकप्रिय है। हालांकि किसान मजदूर संघर्ष समिति राजनीतिक विषयों में दिलचस्पी नहीं रखती। लेकिन किसानों के हित को देखते हुए मतदान करने के पहले समर्थन मूल्य पर धान खरीदारी का वादा चाहती है। प्रखण्ड में चुनाव प्रचार में काफी तेजी आ गई है। प्रचार में राजनीतिक दल एवं प्रत्याशी सभी हथकंडे अपना रहे हैं। लेकिन किसानों एवं मजदूरों की चुप्पी नेताओं को परेशान कर रही है। सभी निगाहें किसान मजदूर संघर्ष समिति की होने वाली बैठक पर टीकी है। चुनाव में अभी तक मुख्य मुकाबले में भाजपा एवं बसपा है। लेकिन निर्दलीय उम्मीदवार नीरज कुमार पांडे कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश कुमार सिंह निर्दलीय उम्मीदवार धर्मेन्द्र कुमार सिंह भी मुकाबले में आने के लिए एडी चोटी का जोर लगा रहे हैं।
रिपोर्टर