
साहित्यकार सह चित्रकार पियूष मोहन ने लिख डाला भोजपुरी में रामायण कथा
- Lalu Yadav, Reporter Jharkhand/Bihar
- Jan 20, 2021
- 301 views
दुर्गावती से संवाददाता धीरेंद्र कुमार सिंह की रिपोर्ट
दुर्गावती ( कैमूर ) ।। स्थानीय थाना क्षेत्र के अंतर्गत यूपी बिहार सीमा पर कर्मनाशा बाजार निवासी पीयूष मोहन ने लिख डाला भोजपुरी में रामायण जो सोशल मीडिया पर खूब हो रहा है वायरल कहावत है कि होनहार बिरवान के होत चिकने पात इन्होंने भोजपुरी रामायण जय सियाराम नाम के शीर्षक से भोजपुरी में रामायण का प्रकाशन किया है जो लोगो के बीच काफी चर्चा का विषय बना हुआ है इन्होंने अपने जीवन में काफी संघर्ष किया है और कई पुस्तकों का विमोचन कर चुके हैं जिनकी चर्चा लोगों के जुबान पर हो रही है। नाही जेकर अंत होखै , नाही शुरुआत हो वेद आ पुराण करें जेकर हरदम बात हो , चले बिना गोड़ उत सुने बिना कान हो और बिना हाथ काम करे हैं कि हमारा आधुनिक युवा हमारी सांस्कृतिक जड़ों से दूर भाग रहा है, वह अपने धर्म ग्रंथों अपनी परंपराओं से कट रहा है। लेकिन इन्हीं युवाओं के बीच साहित्यकार पियूष "मोहन" भी है जो दुर्गावती कैमूर थाना अंतर्गत यूपी-बिहार सीमा सरहद कर्मनाशा बाजार के हैं अपने पूर्वजों की को आगे बढ़ा रहे हैं ।वे मर्यादा पुरुषोत्तम राम की जीवनी भोजपुरी काव्य के माध्यम से लिखे है। हमारे संवाददाता ने जब उनसे पूछा कि आखिर आपको भगवान राम के बारे में लिखने की जरूरत क्यों पड़ी? तो उन्होंने बताया कि आज जैसा वातावरण बनता जा रहा है,लोग इंसानियत से दूर सिर्फ अपने स्वार्थ के लिए जीते जा रहे हैं, ऐसे में भगवान राम की हमारे आदर्श बन सकते हैं। और इसके लिए जरूरी है कि उनके जीवन को हम जितना सरल से सरल भाषा में लोगों के सामने ला सके। और फिर भोजपुरी भाषा तो अत्यंत ही सरल और लोकप्रिय भाषा है, इसलिए मैंने इसे भोजपुरी में लिखना शुरू किया। साहित्य के लिए पियूष "मोहन" को कई अवार्ड तो मिले ही हैं, अपने चित्रों के लिए भी वे बहुत सारे इनाम जीत चुके हैं। उनके इस भोजपुरी रामायण का नाम...." जय सियाराम"... है।
रिपोर्टर