
वीसी के माध्यम से जिलाधिकारी ने की समीक्षात्मक बैठक
- Lalu Yadav, Reporter Jharkhand/Bihar
- May 23, 2021
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सहरसा, 22 मई ।। जिलाधिकारी कौशल कुमार ने अपने कार्यालय वेश्म से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बी.एच.एम. स्वास्थ्य, बी.एच.एम. जीविका एवं अन्य के साथ पंचायत स्तर पर माइक्रो प्लान के तहत टेस्टिंग बढाने, कोविड टीकाकरण, मास्क वितरण एवं प्रखंड स्तर पर संचालित सामुदायिक किचेन के संचालन के संदर्भ में समीक्षा बैठक की। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त राजेश कुमार सिंह, सिविल सर्जन डा अवधेश कुमार, डी.पी.एम. जीविका, डी.पी.एम. स्वास्थ्य एवं अन्य भी मौजूद थे।
प्रखंड स्तर पर कोविड टेंस्टिंग के संदर्भ में इसे बढ़ाने का निर्देश देते हुए जिलाधिकारी कौशल कुमार ने कहा कि सभी प्रखंडों में प्रतिदिन न्यूनतम 3000 टेस्टिंग सुनिश्चित करेंगे। कोविड टेस्टिंग के लिए हर प्रखंड में लैब टेक्नीशियन की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है। ग्रामीण स्तर पर अगले 10-15 दिनों तक तैयार माइक्रो प्लान के अनुसार सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं बी.एच.एम. लोगों को प्रेरित करते हुए अभियान चलाकर अधिक से अधिक टेस्टिंग का कार्य सुनिश्चित करेंगे। इसके लिए माइक्रो प्लान के अनुसार जिस पंचायत में टेस्टिंग साइट निर्धारित है उसके एक दिन पूर्व स्थानीय जनप्रतिनिधि, आशा, जीविका दीदी के माध्यम से आम जन को प्रेरित कराते हुए टेस्टिंग कार्य करें। लक्षण वाले व्यक्तियों को निश्चित रूप से बुलाकर उनकी जांच करें अथवा उनके घर पर जाकर कोविड टेस्टिंग की जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि इसका उद्देश्य है कि कोविड पॉजिटिव मरीजों की पहचान कर उनको ससमय उपचार प्रदान करना है। प्रतिदिन कोविड टेस्टिंग का लक्ष्य निर्धारित करते हुए प्रखंड स्तर पर 3000, सदर अस्पताल 500 एवं आर.टी.पी.सी.आर. के द्वारा 800 के अनुसार प्रतिदिन कोविड जांच करने के निर्देश दिये गये। जिलाधिकारी ने बाजार/हाट में मोबाइल वैन के माध्यम से रैंडमली आर.टी.पी.सी.आर. टेस्टिग करने का निर्देश दिया। प्रातः सात से ग्यारह बजे तक मोबाइल वैन के साथ संलग्न टीम सैंपल कलेक्शन का कार्य करेगी। बाजार/हाटों मे मोबाइल वैन के माध्यम से टेस्टिंग के लिए रोस्टर तैयार करने को कहा गया ताकि यह निर्धारित रहे कि किस दिन किस बाजार/हाट मे टेस्टिंग की जायेगी।
जिलाधिकारी ने होम आइसोलेशन में इलाजरत मरीजों की ट्रैकिंग के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा लांच किये गये एप हिट एप्लीकेशन की जानकारी देते हुए कहा कि इसके माध्यम से होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की स्थिति पर नजर रखते हुए उनको समय पर बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने मे काफी सहायता मिलेगी। इस एप एप्लीकेशन के अबतक अच्छे परिणाम अन्य जगहों पर मिले हैं। सहरसा जिला में भी इसे प्रभावी रूप मे संचालित किया जायेगा। इसके लिए 36 ए.एन.एम. को प्रतिनियुक्त किया गया है जिनके माध्यम से होम आइसोलेशन में इलाजरत मरीजों को एप से टैग करते हुए उनका प्रतिदिन तापमान एवं ऑक्सीजन लेवल को इस एप्लीकेशन पर अपलोड किया जायेगा। यदि किसी मरीज का ऑक्सीजन लेवल कम प्रतिवेदित होता है तो पॉप अप में यह दिखने लगता है और जिसके आधार पर उक्त मरीज को ससमय बेहतर इलाज के लिए डेडिकेटेड कोविड केयर अस्पताल में लाकर ऑक्सीजन एवं अन्य उपचार सुविधा उपलब्ध करायी जा सकेगी। निर्देश दिए गये कि प्रतिनियुक्त ए.एन.एम. होम आइसोलेशन मे रह रहे पॉजिटिव मरीजो का तापमान एवं ऑक्सीजन लेवल प्रतिदिन 2 बजे दिन तक लेकर उसी दिन निश्चित रूप में डाटा अपलोड करना सुनिश्चित करेगी तथा जिन मरीजों का होम आइसोलेशन की अवधि समाप्त हो गई है उन्हें एप्लीकेशन से ऑफ कर देंगी। साथ ही आज के प्राप्त पॉजिटिव मरीज कल निश्चित रूप में पूर्वाह्न 9 बजे तक एप पर दिखने लगे। जिला स्वास्थ्य समिति के अंतर्गत कार्यरत एमएनई को सभी एएनएम के कार्यो का अनुश्रवण करते हुए प्रतिदिन डेटा अपडेट करने की जवाबदेही होगी। कोरोना संक्रमण से हुई प्रतिवेदित 59 मृत्यु की डेथ ऑडिट जिला स्वास्थ्य समिति के स्तर से किये जाने का निर्देश देते हुए कहा कि यदि होम आइसोलेशन मे कोविड से मृत्यु की जानकारी प्राप्त होती है तो उसकी विशेष रूप से जांच कर ले। यथाशीघ्र डेथ ऑडिट रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गये।
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