विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह के लाभार्थियों का होगा टीकाकरण


राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की पहल

18 वर्ष या इससे अधिक उम्र के लाभार्थियों को चिह्नित कर दिया जायेगा टीका

राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने दिया निर्देश

आरा ।। जिले में वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से बचाव तथा संभावित तीसरी लहर से निपटने को लेकर व्यापक स्तर पर टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। टीकाकरण के लक्ष्य को शत-प्रतिशत हासिल करने को लेकर स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है। इस दिशा में लगातार सकारात्मक कदम उठाये जा रहे  हैं । इसी कड़ी में अब विशेष रूप से कमजोर जन-जातीय समूह के लाभार्थियों को चिह्नित  कर टीकाकरण किया जायेगा। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। सरकार के सचिव दिवेश सेहरा के निर्देश के आलोक में कार्यपालक निदेशक ने दिशा-निर्देश जारी किया है। जारी पत्र में कहा गया है कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा कोविड 19 वैश्विक महामारी के संबंध में निर्गत एडवाइजरी फॉर पीभीटीजीएस के  आलोक में जनजातीय समूहों ( पीभीटीजीएस) के 18 वर्ष या इससे अधिक आयुवर्ग के सभी लाभार्थियों को चिह्नित  कर उन्हें कोविड 19 के टीका से आच्छादित किया जाना है।

टीका एक्सप्रेस के माध्यम से होगा टीकाकरण:

कार्यपालक निदेशक ने निर्देश दिया है कि जनजातीय समूह के सभी योग्य लाभार्थियों को चिह्नित  करते हुये आवश्यकतानुसार मोबाइल वैन भेजकर उनके टीकाकरण का कार्य अगले 10 दिन में पूरा किया जाये। टीका एक्सप्रेस गांव-गांव जाकर चिह्नित  लाभार्थियों का टीकाकरण करेगी। 18 आयुवर्ष से लेकर वरिष्ठ नागरिक तक के लोगों को टीकाकरण किया जा रहा है। शत प्रतिशत लक्ष्य को पूरा करने के उद्देश्य से लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। क्योंकि कोविड-19 से बचाव एवं सुरक्षा के लिहाज़ से यही एक मात्र साधन है। इसके साथ ही नियमित रूप से हर आधा घण्टे पर अपने हाथों को रगड़-रगड़ कर अनिवार्य रूप से धोते रहना है।

तीसरी लहर से बचाव के लिए एक मात्र हथियार है कोविड का टीका: 

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बाद अब तीसरी लहर की भी संभावना जताई जा रही है। ऐसी आशंका है कि तीसरी लहर में सबसे अधिक बच्चे प्रभावित हो सकते हैं। इसकी वजह से हमें अभी से ही इस महामारी के खिलाफ सावधान होने की जरूरत है, ताकि हम तीसरी लहर से भी खुद को सुरक्षित रखने के साथ अपने बच्चों को भी इस महामारी के प्रभाव से दूर रख सकें। कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को रोकने और उससे बचाव का फिलहाल एकमात्र उपाय टीकाकरण है। सरकार लोगों को सुरक्षित रखने के लिए व्यापक पैमाने पर टीकाकरण अभियान चला रही है।

टीकाकरण के बाद भी नियमों का पालन जरूरी:

भविष्य में कोविड-19 के खिलाफ प्रभावी प्रतिरक्षा  प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए दूसरी खुराक लेना महत्वपूर्ण है। यह हर किसी (टीका लगा चुके और बिना टीका लगवाये) के लिए जरूरी है कि कोविड को रोकने में मदद करने के लिए मास्क पहनें, अपने हाथ धोएं और दूसरों से शारीरिक दूरी बनाए रखें।

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