
बेहतर कार्य करने पर बाल बाड़ी केंद्र की सेविकाओं को किया जाएगा पुरस्कृत
- Lalu Yadav, Reporter Jharkhand/Bihar
- Nov 21, 2021
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जमुई सहित 9 जिले की 1000 से अधिक सेविकाएं बैठक में हुई शामिल
जमुई ।। सुमन भारती कला सोशल वेलफेयर संस्थान द्वारा बिहार के 9 जिलों में संचालित बाल बाड़ी केंद्र की सेविकाओं की एक बैठक पटना के फतुहा स्थिति कार्यालय में आयोजित की गई। जिसमें जमुई सहित विभिन्न जिलों की 1000 से अधिक सेविकाओं ने भाग लिया। बैठक की अध्यक्षता संस्थान के सचिव उमेश शर्मा ने किया। इस दौरान बाल बाड़ी केंद्र की बढ़ोतरी और इसकी मजबूती पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। साथ ही बाल बाड़ी केंद्र के बेहतर संचालन को लेकर सेविकाओं को कई आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। इस अवसर पर संस्था के सचिव सोनो प्रखंड के भरतपुर गांव निवासी उमेश शर्मा ने बैठक के दौरान सेविकाओं को बताया कि बालबाड़ी केंद्र में बच्चों के साथ अच्छा व्यवहार रखें और बच्चों की पढ़ाई में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरतें। बच्चों को मां का प्यार देकर शिक्षा से वंचित बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित करें। बैठक के दौरान उन्होंने घोषणा किया कि सेविकाओं को मिलने वाले 1500 रुपया प्रोत्साहन राशि को बढ़ाकर 2000 रुपया किया गया है। साथ ही सेविकाओं को आफर लेटर भी दिया गया है। वहीं सभी सेविकाएं अपना कौशल योजनाएं चलाएंगी जिसमे वे लोग 10 से 20 सदस्य बनकर सबसे 10 से 20 रुपया प्रत्येक दिन सेविका जमा करेगी और वह पैसा संस्था के पास जमा रहेगा। जिस पैसे से गरीब जरूरतमंदों को मदद मदद की जाएगी या कोई कर्ज लेना चाहें तो उसे भी दिया जाएगा।
बता दें कि जमुई के 8 वीं पास उमेश ने मज़दूरी व होटलों में बेटर का काम कर जमुई के साथ- साथ बिहार के विभिन्न जिलों में बाल बाड़ी केंद्र खोलकर एक कृतिमान स्थापित करने में जुटे हुए हैं। वे अबतक जमुई जिला में 45 केंद्र खोल चुके हैं जबकि पूरे बिहार में 1350 बाल बाड़ी केंद्र संचालित हो रही हैं। जिसमे स्कूल से वंचित बच्चों को निःशुल्क शिक्षा के साथ साथ पढ़ाई सामग्री भी उपलब्ध कराई जा रही है। इस मौके पर कोषाध्यक्ष रघुनाथ पाण्डेय,विनय कुमार सिन्हा, प्रखंड सुपरवाइजर अर्पण, एवं 9 जिलों से आई सेविकाएं व संस्था के सदस्य मौजूद थे।
-बाल बाड़ी केंद्र द्वारा जिले भर में बनाया जाएगा शौचालय
संस्था के सचिव उमेश शर्मा ने बताया कि संस्था द्वारा आदिवासी, दलित, महादलित बस्ती में जहां शौचालय की व्यवस्था नहीं है वहां शौचालय का निर्माण कराया जाएगा। इसकी शुरुआत नए साल से की जाएगी। जिले भर में दो हज़ार शौचालय बनाने का लक्ष्य रखा गया है। जबकि पूरे बिहार में पांच हज़ार शौचालय बनाया जाएगा।
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