पर्यावरण असंतुलन की सबसे बड़ी समस्या ग्लोबल वार्मिंग

भभुआ कैमुर ।। शुक्रवार को सरदार वल्लभभाई पटेल कॉलेज महाविद्यालय, भभुआ (कैमुर) के द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक रक्तवीर शिवम कुमार ने अपने जन्मदिन के शुभ अवसर पर सदर अस्पताल भभुआ में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें सर्वप्रथम शिवम कुमार ने रक्तदान करके उद्घाटन किया।उनके बाद सभी मित्रों ने बारी बारी से रक्तदान किया जिसमें अरविंद कुमार, सतीश कुमार कनौजिया, राज किशोर श्रीवास्तव, राजन केशरी, सुमीत कुमार कुछ 6 यूनिट संग्रहण हुआ। इस रक्तदान पावन पर्व में महादान किया।लैब टेक्नीशियन अजय कुमार शर्मा, आदि थे। शिवम कुमार ने साझा किया कि ब्लड बैंक में रक्त की विशेषतः A और B ग्रुप की किल्लत है और जबतक लोग आगे आकर दान नही करेंगे तो ज़रूरत पड़ने पर उपलब्धता नही हो पाएगी।यदि सभी महाविद्यालय और युवा आगे बढ़कर आते तो ये समस्या नही आती।बिहार के सभी जिलों में कैमूर का रक्तदान न्यूनतम पायदान पर है जबकि प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति प्रति 3 माह पर 1 यूनिट रक्तदान कर सकता है और वर्ष में 4 बार रक्तदान करने पर बिहार सरकार उन लोगो को विशेष रूप से सम्मानित करता है ऐसी प्रोत्साहन योजना है। लोगों को रक्तदान के लिए आगे कदम बढ़ाने के लिये कहा मौका दीजिये अपने लहू को किसी और के रगों में बहने का और जोड़िये खून का रिश्ता एवं अदिति कुमारी ने भी द्वारा सभी छात्रों में रक्तदान हेतु प्रेरित किया। शहर भभुआ के नगरपालिका मध्य विद्यालय के प्रांगण में पर्यावरण प्रेमी शिवम कुमार ने अपने जन्मदिन के शुभ अवसर पर 11 फलदार व छायादार पौधा किया गया। जन्मदिन के शुभ अवसर पर आम का फलदार व छायादार पौधा रोपण किया गया । शिमन ने बताया कि कोई भी शुभ मांगलिक कार्य जन्मदिन, पूजा-अर्चना, मुंडन, उद्घाटन, शादी, श्राद्धकर्म, शादी के सालगिरह आदि शुरू करने के पहले एक पौधा यादगार के स्वरूप अवश्य लगायें और बड़ा होने तक देखभाल जरूर करें ताकि पर्यावरण संरक्षण हो सके ।हमें वृक्षारोपण की अहमियत का एहसास होना चाहिए। प्रकृति के प्रति अपनी-अपनी जिम्मेदारी निभाएं आज के समय में पर्यावरण गंभीर समस्या बन चुका है। एक एक इंसान कम से कम एक पौधा जीवन भर में अवश्य लगायें और उसे बड़े करें। तो ये छोटा-सा कदम पर्यावरण संरक्षण के लिए एक सराहनीय कदम होगा। क्योंकि एक पौधा दस पुत्र के बराबर होता है। वर्तमान दौर में पर्यावरण असंतुलन की सबसे बड़ी समस्या ग्लोबल वार्मिंग हैं। जिस कारण पृथ्वी का तापमान दिन पर दिन बढ़ते जा रहा है। इसका परिणाम मानव जाति का विनाश के करीब लेकर जा रहा है। अपने स्वार्थ सिद्धी के लिए पेड़-पौधों को अंधाधुंध कटाई कर पर्यावरण के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।हम रहे या नहीं रहे पर आने वाले पीढ़ी के लिए सुनहरा भविष्य हम दे सकें यही प्रयास करता हूँ। इस मौके पर प्राचार्य नागेन्द्र तिवारी, प्रभारी प्राचार्य पीयूष कुमार, धर्मेन्द्र कुमार प्रभाकर, सुदर्शन, रविता कुमारी, इन्द्रजीत, सौरभ, अंकित, सुरसेन आदि सभी लोग उपस्थित रहें ।।

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