आइये इस गौरैया दिवस के अवसर पर संकल्प लें कि इस नन्ही-प्यारी दोस्त गौरैया का ख्याल रखेंगे - शिव कुमार

भभुआ कैमुर ।। पर्यावरण प्रेमी शिवम कुमार ने विश्व गौरैया दिवस के अवसर पर नगरपालिका मध्य विद्यालय भभुआ के प्रांगण में गौरैया संरक्षण के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें खुद से घौंसला बना कर कई विभिन्न पेड़-पौधों व जगहों पर रखा गया। शिवम ने बताया कि घर - आंगन में चहकने - फुदकने वाली छोटी-सी, प्यारी-सी चिड़िया गौरैया की चहचहाहट हम सभी के बचपन एवं जीवन का हिस्सा रही हैं। परंतु बाद में वह हमसे रूठ गई, क्योंकि हमने उसका ध्यान रखना छोड़ दिया था। तो आइये इस गौरैया दिवस के अवसर पर संकल्प लें कि इस नन्ही-प्यारी दोस्त गौरैया का ख्याल रखेंगे। बिहारी होने के नाते राजकीय पक्षी के प्रति यह हमारी जिम्मेदारी भी है। तो आइये गौरैया मित्र बनें हम सभी।

हम सभी स्वयंसेवकों ने घौंसला बना कर पक्षीयों को रहने के लिए कई विभिन्न जगहों पर लगाया जा रहा है। यह दिवस गौरैया के प्रति जागरूकता बढ़ाने और उसके संरक्षण के लिए मनाया जाता है। बढ़ते प्रदूषण सहित कई कारणों से गौरैया की संख्या में काफी कमी आई है और इनके अस्तित्व पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। गौरैया संरक्षण के लिए हम यही कर सकते हैं कि अपनी छत पर दाना-पानी रखें, अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाएं, उनके लिए कृत्रिम घोंसलों का निर्माण करें। साथ ही दाना-पानी भी रखा जा रहा है।शिवम ने बताया कि गर्मी के दिनों में अक्सर हम सुनते हैं कि कई पक्षीयां मर जाती हैं। कई सालों से हम लोग सभी पर्यावरण में रहने वाले जीव-जंतुओं को बचाने के लिए कई विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करते रहते हैं। कई पक्षी विलुप्त होने के कागार पर है। समय रहते हुए अगर नहीं बचाएं तो इस प्यारी-सी गौरैया फोटो या गुगल में ही देखना पड़ सकता है। पर्यावरण संरक्षण करें क्योंकि पर्यावरण हैं तो हम सभी का जीवन धरती पर हैं नहीं तो जीवन संकट में पड़ सकता है।बेजुबान पक्षीयों की रक्षा करना हमारा कर्तव्य धर्म हैं। पक्षियों को बचाने के लिए नई पीढ़ी को दाना और पानी डालने की परंपरा जीवित करना होगा। इस कार्यक्रम के दौरान सौरभ कुमार, विशाल पटेल, भोला कुमार, कृष्णा कुमार गुप्ता, विकास कुमार गुप्ता, सागर राज, इन्द्रजीत राज, मुकेश वर्मा, सन्नी कुमार आदि उपस्थित रहें।

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