प्रखंड प्रमुख एवं बाल विकास परियोजना मुख्य लिपिक में हुई तीखी नोकझोंक

जिला संवाददाता कुमार चन्द्र भूषण तिवारी की रिपोर्ट


कैमूर ।। रामपुर स्थानीय प्रखंड के बाल विकास परियोजना कार्यालय में बुधवार को प्रखंड प्रमुख घूरा सिंह यादव एवं प्रधान लिपिक के बीच बात बात में हुआ विवाद। जिसको लेकर उक्त दोनों लोगो के बीच तीखी बहस होने लगी। इन दोनों की ऊंची ऊंची आवाज सुनकर, देखते देखते ही कार्यालय में भीड़ इकट्ठा हो गयी। जब इन सभी बिन्दुओ की जानकारी प्रधान लिपिक से पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 56 गांव भीतरीबांध में वरिय अधिकारी द्वारा, विते माह जून और जुलाई माह में जांच किया गया था। जांच के बाद विभाग से पत्र मिला है। जिसके आलोक में सम्बंधित सेविका से स्पष्टीकरण के लिए पत्र भेजा गया है। जिससे नाराज होकर मेरे साथ नोक झोंक प्रमुख द्वारा किया जाने लगा। इस संबंध में प्रखंड प्रमुख घूरा सिंह यादव से जब बात किया गया तो उन्हों ने बताया कि जो भी प्रधान लिपिक द्वारा बताया जा रहा है वह सभी गलत है। उन्होंने कहा कि मैं भभुआँ से लौट रहा था। तभी कुछ सेविकाओ द्वारा फोन कर सूचना दिया गया कि, हमलोग रजिस्टर जमा करने के लिए सीडीपीओ कार्यालय में आये है, लेकिन यहां हमलोगों की रजिस्टर नही लिया जा रहा है। रजिस्टर नही लेने का कारण महिला पर्यवेक्षिकाओ द्वारा पांच हजार रुपये की रिश्वत मांग की बात बताई जा रही हैं। पर्यवेक्षिकाओं ने कहा कि हमलोग रिश्वत नही दे रहे हैं, जिसके कारण हम लोगों का  रजिस्टर इधर उधर फेंक दिया जा रहा हैं। इसके बाद मैं तत्काल कार्यालय पहुँचा तो देखा कि सेविकाओ की रजिस्टर टेबल पर बिखरा पड़ा है सेविकाओं द्वारा कहा गया कि हर माह पांच हजार रुपये की वसूली की जाती है। जब कोई इसके विरुद्ध आवाज उठाता है, तो उसे कागजी उलझन में फँसा कर चयन मुक्त करने की धमकी दी जाती है।इस बात को लेकर जब हमने प्रधान लिपिक से कहा कि, प्रखंड विकास पदाधिकारी संजय कुमार पाठक द्वारा हर सेंटर पर घूमकर कहा जाता है कि किसी भी सेविका को किसी को भी एक रुपया नही देना है। तब क्यो सेविकाओ को बेवजह परेशान किया जा रहा है। चलिए आप मेरे साथ बीडीओ से पूछिए इस बात पर मुझपर भड़क गए। प्रखंड प्रमुख ने वाल विकाश परियोजना कार्यालय के बाहर उपस्थित सभी सेविकाओ से कहा कि किसी को भी एक रुपया नही देना है।इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी संजय कुमार पाठक से जब पूछा गया, तो उन्होंने कुछ भी कहाने से इनकार क्या। जब पर्यवेक्षिका से पैसे उगाही की बात की गई तो, उन्होंने कहा कि अगर सेविकाओं द्वारा लिखित आवेदन दिया जाएगा तो, उक्त लोगो पर कार्यवायी की जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर सेविका डरती है तो समूह में ही सेविका लिखित शिकायत करें  वैसे लोगों के ऊपर कार्यवायी की जाएगी।

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