ग्राम पंचायतों में काम के आधार पर अफसरों और कर्मियों की होगी रैंकिंग

राजीव कुमार पाण्डेय 


रामगढ़ ।। बिहार के सभी ग्राम पंचायतों में काम के आधार पर संबंधित अफसरों और कर्मियों की रैंकिंग होगी। इतना ही नहीं अधीनस्थ कर्मियों के प्रदर्शन पर भी अफसरों के काम को आंका जाएगा। इसको लेकर नियमित रूप से ऑनलाइन प्रगति रिपोर्ट विभिन्न योजनाओं की ली जाएगी। पंचायती राज विभाग इस व्यवस्था को लागू करने में जुट गया है। इसका मकसद है कि पंचायतों में चल रहे कार्य समय पर और गुणवत्ता पूर्ण ढंग से पूरे हो।

मालूम हो कि पंचायतों से लेकर जिला स्तर पर पंचायत के कर्मी और पदाधिकारी कार्यरत हैं। विभाग द्वारा 5 योजनाओं को लिया गया है। जिसके क्रियान्वयन और संचालन की प्रगति रिपोर्ट के आधार पर सबकी रैंकिंग होगी। हर योजना के लिए अंक भी निर्धारित किए गए हैं।

इन योजनाओं में हर घर नल का जल, गली नाली पक्की करण, सोलर स्ट्रीट लाइट, पंचायत सरकार भवन और जल जीवन हरियाली शामिल है। साथ ही प्रखंड और जिला पंचायत राज पदाधिकारियों को क्षेत्र और कार्यालयों के निरीक्षण पर भी अंक मिलेंगे। सभी कर्मी और पदाधिकारी स्वयं नियमित रूप से योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट ऑनलाइन दर्ज करेंगे। सभी योजनाओं के लिए कॉलम बनाए गए हैं। इन्ही कॉलम को सभी कर्मियों को भरना है।

साप्ताहिक और मासिक प्रगति की जानकारी विभाग को मिलेगी। दो जनों की भौतिक और वित्तीय दोनों प्रगति की जानकारी ली जाएगी।

अफसर नियमित रूप से मॉनिटरिंग करें और निचले स्तर से कार्य की जानकारी लेते रहे इसके लिए अधीनस्थ कर्मियों के काम को भी उनके प्रदर्शन से जोड़ा गया है। किसी प्रकरण में अगर काम खराब होगा तो उस जिले के पंचायत राज पदाधिकारी की रैंक स्वतः पीछे चली जाएगी। पंचायत स्तर पर लेखापाल 80 सहायक और तकनीकी सहायक कार्यरत हैं। वही प्रखंड और जिला स्तर पर पंचायत राज पदाधिकारी कार्यरत हैं।

जिनकी रैंक बहुत पीछे होगी उनसे स्पष्टीकरण लिया जाएगा और उन्हें प्रेरित करने का काम किया जाएगा कि आगे अपने कार्य में सुधार लाएं।

रिपोर्टर

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