मां मुंडेश्वरी मंदिर का अलग अलग देशों के फूलों से किया गया था भव्य सजावट

भगवानपुर से संवाददाता सिंगासन सिंह यादव की रिपोर्ट

कैमूर ।। भगवानपुर थाना क्षेत्र के पौरा पहाड़ी पर बसे मां मुंडेश्वरी मंदिर जो की यह मंदिर सभी मंदिरों से प्राचीन मंदिर माना जाता है यहां बकरे की बाली चढ़ाया जाता है जो की मूर्छित होकर अचेत हो जाता है और पुजारी के द्वारा जब अछत मारा जाता है वह पुनः जीवित हो जाता है। वही इस मंदिर को सजाने के लिए भारत के कोने-कोने से फूलों को लाया गया था भगवानपुर के पूर्व भट्ठा मालिक राम मुरत दुबे और उनके बेटे सोनू  दुबे एवं नागेश दुबे ने इस मंदिर को सजाने के लिए कोलकाता से माली को बुलाए हुए थे मंदिर को अद्भुत सजाया गया था यह बिल्कुल बड़े शहरों के तर्ज पर यह मंदिर को बड़े ही विद्वत सजाया गया था जो की चर्चा का विषय बना हुआ है इस मंदिर में दर्शन के लिए यूपी बिहार झारखंड एवं देश के कोने-कोने से लोग यहां माता का दर्शन पूजन कर मां से आशीर्वाद मन्नत मानते हैं । वही  सोनू दुबे और उनके बड़े भाई नागेश दुबे आज से लगभग 3 साल पहले माता मुंडेश्वरी का  दर्शन के लिए गए हुए थे दोनों लोग दर्शन कर रहे थे कि दोनों लोग के मन में एक ही चीज चल रहा था लेकिन मंदिर में दोनों लोग पूजा कर के बाहर निकले तब जहां   आपस में बात करते-करते दोनों लोग की राय एक हुई कि यह इस मंदिर को यदि कैमूर डीएम के द्वारा हमें परमिशन मिलता है तो इस मंदिर को भव्य तरीके से सजाएंगे हम लोग बड़े भाई ने छोटे भाई से पूछा छोटे भाई ने चकित रह गए और बोले कि मैं भी यही बात सोच रहा था सोनू दुबे के द्वारा इस विषय पर प्रबंधक से बात हुई जो इस बात पर सहमति मिली और यह लगातार तीसरी बार मां मुंडेश्वरी का मंदिर नागेश दुबे और सोनू दुबे के द्वारा सजाया गया है जो की अद्भुत सजावट मां का इस सर्दियां नवरात्रि में हुआ है।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट