सरस्वती विद्या मंदिर में आयोजित हुआ स्वपोषी पूर्व छात्र सम्मेलन

तलेन । रविवार को गुरु पूर्णिमा के अवसर पर सरस्वती शिशु मंदिर तलेन में स्वपोषी पूर्व छात्र सम्मेलन आयोजित किया गया । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अंकित कुमार शुक्ला विभाग समन्वयक राजगढ़, रुपेश जी विश्वकर्मा सह विभाग  कार्यवाह राजगढ़, कार्यक्रम के अध्यक्ष  प्रमोद सिंह पवार प्रांत सह बौद्धिक प्रमुख, सेवानिवृत्त शिक्षक जगदीश प्रसाद यादव, दिलवर यादव,व  प्रधानाचार्य रतन सिंह मालवीय उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की पूजा अर्चना दीप प्रज्वलन के साथ हुई। 

सरस्वती वंदना के पश्चात अतिथियों का परिचय हुआ।  यह पूर्व छात्र सम्मेलन चार सत्रों में संपन्न हुआ जिसमें प्रथम सत्र में विद्यालय दर्शन, आचार्य  दीदीयों व वर्तमान  आचार्य दीदीयों का सम्मान समारोह, तृतीय सत्र पूर्व छात्रों का समूहशः मिलन  , चतुर्थ समापन सत्र में पूर्व छात्रों के अनुभव कथन व विद्यालय प्रतिवेदन, मुख्य वक्ता वक्त अंकित जी शुक्ला का उद्बोधन  हुआ । तत्पश्चात प्रमोद सिंह पवार का अध्यक्षीय उद्बोधन हुआ । 


प्रमोद पवार ने अपना उद्बोधन में कहा कि जो आदर्श होता है वह शिशु मंदिर के बच्चों में दिखाई देता है। उन्नति से सफलता के बीच में तीन बातें आती है पहली नैतिकता दुसरी मानवता तीसरी आध्यात्मिकता इन तीनों  का मिश्रण भी सरस्वती शिशु मंदिर की शिक्षा पद्धति में है। यहां पर  जो भी शिशु मंदिर में पड़े हैं  उनका इंसानियत के नाते मानवता के नाते और पूर्व छात्र के नाते हमारा विद्यालय के पति समर्पण भाव होना चाहिए।

इस कार्यक्रम में 1983 से लेकर 2023  तक के  266 पूर्व छात्रों  ने सहभागिता की । वहीं कार्यक्रम में पूर्व आचार्य दीदीयों की संख्या 18 रही। साथ विद्यालय समिति के सदस्यगण भी उपस्थित रहे। राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के पश्चात कार्यक्रम का समापन हुआ तत्पश्चात सभी का सामूहिक भोजन  हुआ। यहां स्वपोषी पूर्व छात्र सम्मेलन  , पूर्व छात्रों द्वारा आयोजित किया गया था।

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