नहरों को लगा तातीलनामा का ग्रहण

 संबाददाता गोल्डन पान्डेय की रिपोर्ट 

भगवानपुर (कैमूर)--सोन उच्चस्तरीय नहर अवर प्रमंडल भगवानपुर अंतर्गत नहर में पहले चरण का पानी विभाग द्वारा आज यानी कि 29 जुलाई को छोड़ा जाएगा, यह प्रक्रिया निरंतर आगामी 2 अगस्त तक जारी रहेगी। जिसकी दूरी 215.00 आरडी से 239.50 आरडी विभाग द्वारा निर्धारित की गई है। इसके अंतर्गत मोकरम, जैतपुर, बसंतपुर के साथ-साथ कसेर माइनर से निकले नहर से खीरी, परमालपुर, राजपुर, पढ़ौती समेत कई अन्य सिवानों के किसानों के खेतों में पानी पहुंचेगी। वहीं उक्त हिस्से में दूसरे चरण की पानी विभाग द्वारा 10 अगस्त से 13 अगस्त तक छोड़ने का निर्णय लिया गया है। वहीं सोन उच्चस्तरीय नहर अवर प्रमंडल बेलारो अंतर्गत वाले नहर के हिस्से में पहले चरण का पानी आगामी 2 अगस्त से 7 अगस्त तक छोड़ा जाएगा, जबकि इसी हिस्से में दूसरे चरण का पानी 13 अगस्त से 17 अगस्त के बीच  विभाग द्वारा निरंतर पहुंचाने की आवश्यक सभी प्रक्रियाएं की जाएंगी। जिसकी दूरी 239.50 से 263.80 आरडी विभाग द्वारा तय की गई। जिसके अंतर्गत बसंतपुर से नीचे यानी की भगवानपुर, मसहीं, सरैयां, उमापुर के सिवाना से गुजरने वाली सोन उच्चस्तरीय नहर के माध्यम से नहर का पानी मातर तक पहुंचेगा। वहीं मातर के हिस्से तक पहुंचे सोन उच्चस्तरीय नहर से निकले दो माइनरों (कोहिरा कैनाल व बेहतरी डिस्ट्रीब्यूटरी) में पानी पहुंचेगा। जिससे निबियां टांड़, चोरघटिया, खोर्राडिह, रुपापट्टी, मोकरी, बौरईं, महुला, परसियां गांवों के किसानों को खेती करने में भी काफी सहूलियत मिलेगी। गौरतलब है कि इससे पूर्व विगत 25 जुलाई को सोन उच्च स्तरीय मुख्य नहर में 175.00 आरडी से 215.00 आरडी दूरी तक विभाग द्वारा पहले चरण का पानी छोड़ा जा चुका है, जिसकी निर्धारित आखिरी तिथि आज यानी की 29 जुलाई है, नहर के इस हिस्से में दूसरे चरण का पानी आगामी 7 अगस्त से 10 अगस्त तक छोड़ा जाएगा। नहर का यह हिस्सा सोन उच्चस्तरीय नहर अवर प्रमंडल बेलांव का है, जिसमें रोहतास के चेनारी प्रखंड अंतर्गत हाटा तथा रामपुर प्रखंड के गांवो के बीच के कई सिवाना व गांवों के नाम शामिल हैं। बताया जाता है कि अल्पवृष्टि (न्यूनतम बारिश) व कम जलश्राव के कारण किसानों के हित को देखते हुए अभियंता प्रमुख, सिंचाई सृजन, जल संसाधन विभाग, पटना (बिहार) के पत्रांक 297 के आलोक में सोन उच्चस्तरीय मुख्य नहर प्रमंडल (भभुआ) कैमूर के कार्यपालक अभियंता हरिनाथ बैठा द्वारा अधीनस्थ पदाधिकारियों को एक आदेश पत्र जारी किया गया है। जिसमें विभाग द्वारा लिए गए उक्त निर्णय का अनुपालन करने के लिए निर्देशित किया गया है। जिसकी प्रतिलिपि जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, सदर अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के साथ-साथ प्रखंड तथा थाने स्तर के शीर्ष पदाधिकारियों को भी सौपी गई हैं। ताकि नहर के हिस्सों में लोगों द्वारा अवैध रूप से बनाए गए किसी भी तरह की संरचना तथा अवरोध को हटवाकर संबंधित किसानों के खेतों तक बगैर कोई रुकावट के नहर का पानी पहुंचाया जा सके।

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