
जिला मुख्यालय से महज दो किलोमीटर की दूरी पर बसे कहतरवा गांव में सड़क की स्थिति बद से बदतर
- आशुतोष कुमार सिंह, ब्यूरो चीफ बिहार
- Sep 19, 2024
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ब्यूरो चीफ अंकित कुमार उर्फ आकाश साहू की रिपोर्ट
शिवहर- फतहपुर गड़ह से कहतरवा होते हुए डुमरी ब्लॉक लालगढ़ होते हुए मोतिहारी तक जाने वाली सड़क की वास्तविक स्थिति के बारे में या लोगों की परेशानियों के बारे में न किसी जनप्रतिनिधि या पदाधिकारीयों को सायाद पता नहीं चल रहा है। बिहार का एक मात्र छोटा जिला शिवहर जाहां आज भी लोगों को चलने के लिए सड़क नहीं है।जनप्रतिनिधि लोगों को अपने विधानसभा चुनाव का चिंता लगा हुआ है लेकिन आम लोगों को समस्या के बारे में उनको कुछ नहीं दिखाई दे रहा है।सड़क से गुजरने वाले राहगीरों की स्थिति बहुत ही दयनीय। यह सड़क जिले के दो प्रखंड डुमरी और तरियानी को जोड़ती है। हजारों लोगों का आना-जाना होता है। मगर दुर्भाग्य है उसे सड़क से गुजरने वाले मुसाफिरों का जो बरसात के दिनों में पानी से परेशान रहते हैं तो बाकी के दिनों में उबर खाबर गड्ढों से ।
सामाजिक कार्यकर्ता एवं जनसुराज के नेता सुधीर गुप्ता का कहना है कि दुर्भाग्य है शिवहर का जो छोटा सा जिला होने पर भी अभाव से ग्रस्त है। रोज इस सड़क पर से हजारों लोगों का गुजरना होता है और सैकड़ों लोग गिरते भी हैं। गनीमत है कि किसी का हाथ पैर नहीं टूटा। प्रशासन और नेताओं की गाड़ी हमेशा इस सड़क से होकर गुजरती है मगर सभी अपनी आंखों पर काली पट्टी बांध रखे हैं। जनता की परेशानियों से उन्हें इन्हें क्या, इन्हें तो बस सत्ता की मलाई ही चाहिए। डुमरी प्रखंड के झिटकाही निवासी मुकुंद सिंह कहते हैं कि कहने मात्र के लिए ही लोकतांत्रिक व्यवस्था है, यह तो राजतंत्र से भी खतरनाक है।
इस सड़क के गड्ढों में कहां गिर जाए पता ही नहीं चलता।
कहतरवा सीमेंट व्यवसायी भोला साह कहते हैं कि कहतरवा चौक से फतेहपुर गढ़ तक की स्थिति बहुत ही बदतर है, शायद नरक इसी को कहते हैं। कोई सुध लेने वाला नहीं है।
डुमरी कटसरी निवासी संजीव कुमार झा कहते हैं कि हमलोग गिरने के डर से इस सड़क से गुजरने की अब हिम्मत भी खो दिए है। उबर खाबड़ और पानी के वजह से पता ही नही चलता की कहां गिर जायेंगे।
नेता प्रशासन सभी खामोश बैठे है।
रिपोर्टर