नरसिंहगढ़ में जली हुई चिंताओं की अस्थि चोरी की घटना

नरसिंहगढ़ /राजगढ़ । नरसिंहगढ़ में एक तथाकथित तांत्रिक ने श्मशान में कल जलाई गयी चिताओं की अस्थि संचय कार्यक्रम के पहले ही चिता की राख़ से हड्डीयां एकत्रित कर पोटली में बांध लीं। आसपास के लोगों ने मृतकों के परिजनों को सूचना दी और तथाकतिथ तांत्रिक को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस के मुताबिक व्यक्ति पागल है। उसे शांति भंग करने के आरोप में जेल भेजा है। वहीं, पुलिस उसे जेल से रिहा होने पर इलाज के लिए पागलखाने भेजने की बात भी कह रही है।

गुरुवार को शाम 4 बजे नरसिंहगढ़ पुलिस को सूचना मिली की श्मशान में कुछ लोगों ने एक तांत्रिक को पकड़ा है। थाना प्रभारी शिवराजसिंह चौहान ने बताया कि नरसिंहगढ़ का ही रहने वाला पवन पिता नारायणप्रसाद नामदेव (45) पहले नगीने बेचने का काम करता था। कुछ दिनों से वो पागलों जैसी हरकते कर रहा था। कपड़े उतारकर हर कभी श्मशान में पहुंच जाता था।

एकत्रित लोगों के अनुसार तांत्रिक ने बुधवार को जलाई गई तीन चिताओं की राख से हड्डीयां एकत्रित कर उन्हें एक काले कपड़े की पोटली में बांध लिया। लोगों ने पकड़कर पुलिस को बुलाया और पोटली खुलवाई तो युवक ने हड्डीयां फैलाते हुए कहा कि यह देख लो तुम्हारी जो हो ले लो।

थाना प्रभारी चौहान के अनुसार लोगों की शिकायत पर पुलिस ने पवन को हिरासत में लेकर शांति भंग करने के आरोप में जेल भेज दिया है। जेल से रिहा होने के बाद उसे मानसिक चिकित्सालय भेजा जाएगा।

रिपोर्टर

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