CID जांच करेगी बादल मामला ट्रैफिक DSP हटाया गया


रोहतास। जिला मुख्यालय सासाराम के बहुचर्चित बादल हत्याकांड की जांच अब सीआईडी द्वारा की जाएगी। बिहार पुलिस मुख्यालय ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए ट्रैफिक डीएसपी आदिल बिलाल और उनके अंगरक्षक सिपाही चंद्रमौली नागिया को रोहतास से हटाकर पटना पुलिस मुख्यालय में योगदान देने का निर्देश दिया है।


एसपी ने मुख्यालय को भेजी रिपोर्ट !


रोहतास एसपी रौशन कुमार ने मंगलवार को आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि इस हत्याकांड से संबंधित सभी रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी गई थी। रिपोर्ट के आधार पर डीएसपी और उनके अंगरक्षक को रोहतास से हटाने का फैसला लिया गया।


परिजनों ने की बाहरी एजेंसी से जांच की मांग !


पीड़ित परिजनों ने मामले में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए बाहरी एजेंसी से जांच कराने का अनुरोध किया है। एसपी ने इस अनुरोध को मुख्यालय को भेज दिया। अब इस पूरे मामले की जांच सीआईडी के जिम्मे होगी, जिससे वैज्ञानिक और तथ्य आधारित अनुसंधान संभव हो सके।


27 दिसंबर की घटना का संदर्भ !


रोहतास एसपी ने बताया कि सासाराम में 27 दिसंबर को हुई गोलीबारी में बादल की मौत के मामले में यह कार्रवाई की गई है। इस घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच सीआईडी करेगी ताकि मामले को सुलझाया जा सके और न्याय सुनिश्चित किया जा सके।


एकता और दबाव का कमाल !


लोगों को न्याय, मानवता और संविधान की रक्षा के लिए एकजुट हो कर खड़े हुए तो देख लीजिए अंत में सिस्टम को झुकना पड़ ही गया । बादल को न्याय दिलाने में लगे सभी ज्ञात, अज्ञात सामाजिक संगठनों, मीडिया और व्यक्तियों की यह आधी जीत है । जब आदिल बिलाल को बर्खास्त करके सख्त सजा सुनाई जाएगी।तब वह पूर्ण जीत होगी ।

लोगों  की प्रमुख मांगें निम्न हैं।बादल को पूर्ण इंसाफ तभी मिलेगा जब ट्रैफिक DSP को बर्खास्त करके उसके संपत्ति में बढ़ोतरी की भी जांच की जाए और सख्त से सख्त संवैधानिक सजा मिले । बादल के परिवार को 2 करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जाए ।चूंकि बादल की मौत पुलिस DSP (ट्रैफिक) की वजह से हुई है, इसलिए बादल के भाई या परिवार के किसी एक सदस्य को पुलिस में नौकरी दी जाए ।

रिपोर्टर

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