
जातिवादी नेताओं जरा अपनी आंखों से पट्टी हटाकर तो देखें -वरिष्ठ संवाददाता
- कुमार चन्द्र भुषण तिवारी, ब्यूरो चीफ कैमूर
- Jan 29, 2025
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जिला संवाददाता संदीप कुमार की रिपोर्ट
कैमूर-- जिला के दुर्गावती वरिष्ठ संवाददाता सह समाजसेवी श्याम सुंदर पांडेय ने एक औपचारिक भेंट के दौरान कहा की इस देश में जात-पात की राजनीति करने वाले, जातीय आधारित कानून बनाने वाले, जातियों को बांटने वाले, तथा सनातन धर्म के देवी देवताओं, साधु संतों को गाली देने वाले, राजनेता अपनी आंखें खोलकर कुंभ की तरफ एक बार जरूर देखें जहां जातियों का मिथक टूट रहा है।जाती पाती और जातीय आधारित पार्टी बनाकर सारे धार्मिक ग्रंथो, देवी देवताओं पर टिप्पणी करके समाज में जो भेदभाव का जहर तुम लोगों द्वारा घोले जा रहे है वह नशा दूर हो जाएगा। सनातन धर्म आज तक किसी धर्म के ऊपर न जबरदस्ती अपना धर्म थोपा न ही किसी जाति के लोगों को बरगला कर धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया। यह धर्म तो बसुधैव कुटुंबकम का संदेश सदियों से विश्व को देते आ रहा है और उसी रास्ते पर आज चल भी रहा है। आपसी भाई चारे के संदेश के बीच वर्तमान परिवेश में राजनीतिक क्षेत्र में सनातन धर्म पर जिस तरह से टिप्पणी की जाती है और उसके देवी देवताओं को तथा संत महात्माओं को जो गाली दिया जाता है उसका जीता जाता उदाहरण है महाकुंभ । आज महाकुंभ स्थल पर हर जाति हर समुदाय हर संप्रदाय के लोग हो या हर संप्रदाय मजहब के साधु महात्मा एक साथ एक ही बार साथ में संगम पर डुबकी लगाते देखे जा सकते हैं। लेकिन देश के जातिगत नेता धार्मिक टिप्पणी और जातिगत राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे है। किसी भी पंडाल में साधु महात्माओं के पास जाकर भोजन करना प्रवचन सुनना विश्राम करने की परंपरा समान रूप से देखी जा सकती है फिर भी ऐसे टिप्पणी करने वाले राजनेताओं की आंखों से परदे नहीं हटते,अब उन्हें अंधा कहा जाए या देश के साथ धोखा देने वाला गद्दार आम जनता को समझना होगा। यदि सचमुच ऐसे संत समागम कुंभ से सिख लेकर आम जनता एक बार अपनी आंखें खोल दे तो ऐसे भेद भावी राजनेताओं की दुकान स्वतः बंद हो जाएगी।
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