सात वर्षीय बालक की हत्याकांड का खुलासा


रोहतास।बीते 26 जनवरी को करगहर थानाक्षेत्र के बभनी गाँव से एक सातवर्षीय बालक हिमांशु का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गयी थी, जो पुलिस के लिए भी अबूझ पहेली बनी हुई थी। इस घटना का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक रौशन कुमार ने करगहर थाना में एक प्रेस-कॉन्फ्रेंस में बताया कि गाँव के ही अपने दो सगे भाइयों के द्वारा मृतक के परिजनों से फिरौती लेने के लिए घटना का अंजाम दिया गया था। इसमें गिरफ्तार विभोर उर्फ अंकुर की उम्र 19 वर्ष है, जबकि दूसरा छोटा भाई एक विधि-विरुद्ध बालक है, जिसे निरुद्ध किया गया है। पुलिस अधीक्षक के अनुसार अंकुर के छोटे भाई ने बताया की हिमांशु जब खेलकर घर की तरफ आ रहा था तो पहले से ही हमदोनों भाई घात लगाये अपने दरवाजे पर खड़े थे। जैसे ही हमारे दरवाजा पर वह पहुँचा हमदोनों भाइयों ने उसे पकड़कर उसका मुँह दबा दिया। मुँह दबाने से वह बेहोश हो गया। फिर हमदोनों ने उसे अपने मकान के प्रथम तल पर ले जाकर उसके मुँह पर पानी का छींटा मारा। जैसे ही उसे होश आया, हमदोनों भाइयों को देखकर चिल्लाने लगा। तब धारदार हथियार से हमदोनों भाइयों ने उसकी हत्या कर शव को एक लाल रंग के कंबल में लपेटकर भूसे में छुपा दिया। पुलिस ने घटनास्थल से एक खून लगा चाकू, एक लाल रंग का कंबल तथा तीन मोबाईल जब्त किया है। हालांकि हत्या में शामिल आरोपितों की उम्र बहुत बड़ी नहीं है। इस उम्र में फिरौती की बात दोनों के दिमाग में आना भी एक बहुत बड़ी बात है। कहीं ऐसा तो नहीं की नेपथ्य में कोई बड़ा शातिर है, जो अभी तक पथ्य में नहीं आ सका है। इस दिशा में भी पुलिस को अनुसन्धान करना होगा, ताकि इस बड़ी घटना से नेपथ्य का भी पर्दा उठ सके।

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