कुंभ में जाम की परिस्थिति झेलते यात्रियों से मनमाने ढंग से वसूले जा रहे हैं पैसे

संवाददाता श्याम सुंदर पांडेय की रिपोर्ट 

दुर्गावती (कैमूर)-राष्ट्रीय राजमार्ग पर उत्तर प्रदेश बिहार की सीमा से लेकर लगभग 30 किलोमीटर लंबा जाम लगने के कारण यात्रियों की रातें सन्नाटे में गुजर जाती हैं।राष्ट्रीय राजमार्ग पर पानी न कहीं भोजन मिलते हैं, और यदि मिलते भी है तो उसका दोगुना से भी ज्यादा मूल्य चुकाना यात्रियों को पड़ रहा है। बंगाल लेकर झारखंड बिहार के कई हिस्सों से गुजर रहे सनातन धर्म के श्रद्धालु बड़े बुजुर्ग महिला काफी संख्या में जाते हुए दिखाई दे रहे है। 

मौनी अमावस्या के बाद एक बार फिर यह श्रद्धालु अपने वाहनों से जत्थे में गुजर रहे है जो गुजर रहे यात्रियों के बीच एक यादगार पल बनकर लंबे समय तक मस्तिष्क में छाये रहेगा। इसी बीच राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजर रहे एम्बुलेंस को बीच में फंसने के कारण मरीजों की हालत बेदम देखी जा रही है। कच्चा माल लिए बड़े वाहन जहां के तहां फंसे होने के कारण अपने कच्चे माल के प्रति चिंतित दिखाई दे रहे हैं क्योंकि माल खराब होने का उन्हें डर उन्हें सता रहा है।  मनमानी ढंग का जीता जागता एक उदाहरण है।

राष्ट्रीय राजमार्ग पर बने टोल प्लाजा से एक ही बार गाड़ियां के छूटने के कारण यह जाम एक विशेष जाम के रूप में तब्दील हो जा रहा है। सनातन धर्म के इस महाकुंभ पर प्रशासन सही ढंग से अपना फर्ज नहीं निभा पा रही है जिसके कारण यात्रियों की रातें राष्ट्रीय राजमार्ग पर गुजर जा रही हैं, और यात्रियों से मनमानी ढंग से खाने पीने की वस्तुओं का दाम वसूले जा रहे हैं ।

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