
भिवंडी महानगरपालिका में भूचाल ! "अनमोल सागर" की एंट्री से वसूली गैंग का खेल खत्म ?
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Feb 12, 2025
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भिवंडी। भिवंडी-निजामपुर शहर महानगरपालिका में जिस तरह भ्रष्टाचार का नंगा नाच चल रहा था, उसे देखकर लगता था कि यहां प्रशासन नहीं, बल्कि लुटेरों की मंडली बैठी है ! लेकिन अब इस काले साम्राज्य के दिन लद चुके हैं, क्योंकि आईएएस अनमोल सागर की एंट्री के साथ ही भ्रष्टाचारियों की नींद उड़ चुकी है। वसूली गैंग के गुर्गे अब दिन में तारे गिन रहे हैं, मलाईदार कुर्सियों पर बैठकर सरकारी तिजोरी लूटने वाले बाबुओं की हालत खराब हो चुकी है!
सूत्रों की मानें तो भिवंडी महानगरपालिका में अधिकारियों की कुर्सियां नीलाम होती थीं। 5 लाख तक की बोली लगाकर सहायक आयुक्त बनने की होड़ मची थी, तो वहीं क्लर्क से लेकर सफाई मुकादम तक हर पद की कीमत तय थी। भ्रष्टाचार का आलम यह था कि एक ही कर्मचारी तीन-तीन विभागों पर कब्जा जमाकर बैठा था और जो ईमानदार थे, उन्हें बार-बार तबादलों का सामना करना पड़ा। तानाशाही और लूट-खसोट के इस खेल में पालिका के नाम पर सिर्फ दलालों का राज था, जनता जाए भाड़ में !
"अनमोल सागर" की एंट्री से कांप रही वसूली गैंग ! लिस्ट तैयार, जल्द गिरेगी गाज :::::
12 फरवरी को जब आईएएस अनमोल सागर ने महानगरपालिका के नए आयुक्त के रूप में पदभार संभाला, तो जैसे ही यह खबर भ्रष्टाचारी गिरोह तक पहुंची,नगरपालिका के अंदर हड़कंप मच गया ! मलाई काटने वाले अफसरों और दलालों को अब अपनी कुर्सी जाती दिख रही है। सूत्रों के मुताबिक, भिवंडी के जागरूक नागरिक जल्द ही नए आयुक्त को उन भ्रष्ट अधिकारियों और वसूली गैंग की पूरी लिस्ट सौंपने वाले हैं, जिन्होंने पिछले दो वर्षों में नगर को जमकर लूटा है। अब सवाल यह है कि क्या अनमोल सागर इन घोटालेबाजों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई करेंगे ? या फिर यह भी पहले की तरह सिर्फ एक प्रशासनिक बदलाव बनकर रह जाएगा ?
भ्रष्टाचारियों के बुरे दिन शुरू ! कौन-कौन होगा शिकार ? :::
**** क्या मलाईदार पदों पर बैठे भ्रष्ट अफसरों की कुर्सी जाएगी ?
****क्या वसूली गैंग के सदस्यों को जेल की हवा खानी पड़ेगी ?
**** क्या भिवंडी महानगरपालिका में पारदर्शिता की नई शुरुआत होगी ?
शहर की जनता अब यह देखने को बेताब है कि अनमोल सागर इस गंदगी को कैसे साफ करेंगे ! एक बात तो तय है, अब यह मामला शांत नहीं रहेगा। वसूली गैंग और भ्रष्टाचारी अफसरों पर गाज गिरने के लिए तैयार रहना होगा, क्योंकि इस बार प्रशासन का चाबुक तगड़ा चलेगा ! अब देखना यह है कि पहला शिकार कौन बनता है ?
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