
नगर पंचायत में भ्रष्टाचार के विरुद्ध अनिश्चितकालीन धरने के 26वें दिन जनता की महापंचायत में अधिकारियों से असंतोषप्रद नगर वासी भी धरने में हुए सम्मिलित
- कुमार चन्द्र भुषण तिवारी, ब्यूरो चीफ कैमूर
- Mar 25, 2025
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कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा आप जांच कराने को स्वतंत्र, लोगों का आरोप क्यों नहीं की जा रही जांच क्या पदाधिकारी भी भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं
कैमूर-- नगर पंचायत कुदरा में भ्रष्टाचार के विरुद्ध अनिश्चितकालीन धरने के 26वें दिन अधिकारियों से असंतोषप्रद्ध नगर पंचायत वासी भी धरने में हुए सम्मिलित।आपको बताते चलें कि नगर पंचायत कुदरा में नगर पंचायत की साफ सफाई, डस्टबिन, स्ट्रीट लाइट, योजनाओं में मनमानी व घोटाला के विरुद्ध वार्ड पार्षदों सहित नगर पंचायत उप मुख्य पार्षद के द्वारा विगत 28 फरवरी से ही जांच की मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन जारी है। धरने में सम्मिलित लोगों का आरोप है की स्ट्रीट लाइट, डस्टबिन सहित अन्य सामानों की खरीदारी में अनियमितता बरती गई है, सफाई कर्मियों की 30 दिन का पैसा भुगतान किया जाता है जबकि सफाई महीने में मात्र 15 या 20 दिन ही होते हैं। जिसके जांचों की मांग को लेकर नगर पंचायत के प्रतिनिधि गण लगातार धरने प्रदर्शन पर है, वही 26 वें दिन अधिकारियों से असंतोषप्रद नगर पंचायत के वासी भी धरना प्रर्दशन में सम्मिलित हुए।
नगर पंचायत वासी अनिल कुमार, अरविंद कुमार, प्रदीप गुप्ता इत्यादि के द्वारा साफ-सफाई सहित पेयजल की किल्लतों की बात बताई गई। वही नगर पंचायत में जगह-जगह लग रही अवैध मीट मछली के दुकानों का भी समुचित व्यवस्था नहीं किया गया। जबकि नगर वासियों का पूर्व से ही मुख्य राहों से मीट मछली की दुकानें बंद करने व समुचित व्यवस्था बनाने की मांग होती आ रही है , वही मीट मछली के धंधे में जुड़े व्यापारी फिरोज खान वार्ड 13, शमशेर अंसारी वार्ड 5, नसीम खान वार्ड 5, इकबाल कुरैशी वार्ड 9 इत्यादि ने कहा की असमय अतिक्रमण मुक्ति की नोटिस मिलते रहता है जिससे कि हम सभी परेशान हो जाते हैं, बार-बार नोटिस देने से अच्छा है, कि उचित स्थान का व्यवस्था किया जाए। वरिष्ठ समाजसेवी कृपा नारायण सिंह, रविंद्र सिंह इत्यादि ने कहा
की नगर पंचायत की कोई भी व्यवस्था चुस्त दुरुस्त नहीं है जनप्रतिनिधियों द्वारा लगाई जा रही आरोपों की जांच होनी चाहिए।
क्या कहती है नगर पंचायत कार्यपालक पदाधिकारी
नगर पंचायत कार्यपालक पदाधिकारी उजाली राज से जब इस संदर्भ में वार्तालाप किया गया तो उन्होंने कहा की ऐसे आरोप बेबुनियाद है धरना प्रदर्शन से संबंधित लिखित शिकायत ना हमारे पास दिया गया है, और नाहीं किसी अधिकारियों के पास पर आप सभी जांच कराने को स्वतंत्र है।
क्या पदाधिकारी भी भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं
यदि विगत सप्ताह की धरना स्थल से वायरल वीडियो को देखा जाए तो मौके पर कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा नगर पंचायत मुख्य पार्षद सहित उपमुख्य पार्षद प्रतिनिधि व जन प्रतिनिधियों की उपस्थिति में कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा लोगों के बीच नोक झोक किया जा रहा है, इतना ही नहीं स्थानीय समाचार पत्रों के माध्यम से भी अनिश्चितकालीन धरना चर्चा का विषय बना हुआ है। लोगों ने कहा क्या पदाधिकारी सोये है या भ्रष्टाचार में लिप्त है।
नगर पंचायत का होगा घेराव या होगा चक्का जाम
धरना स्थल पर बैठे मुख्य पार्षद प्रतिनिधि समेत वार्ड पार्षद व नगर पंचायत वासीयों का कहना है कि उच्च पदाधिकारी जांच करें अन्यथा नगर पंचायत का घेराव होगा और उससे भी ना बना तो चक्का जाम किया जाएगा।
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