
बिहार में बढ़ता अपराध और भ्रष्टाचार दे रहा जंगल राज का संकेत
- कुमार चन्द्र भुषण तिवारी, ब्यूरो चीफ कैमूर
- May 30, 2025
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संवाददाता श्याम सुंदर पाण्डेय की रिपोर्ट
दुर्गावती(कैमूर)-- बिहार में हो रही लगातार हत्याएं एक बार जंगल राज की याद ताजा कर देती हैं। आरा की हत्या हो या बक्सर की या पटना में व्यवसाईयों की या नवादा में महिलाओं के साथ अभद्रता,सासाराम की हत्या, कैमूर में दिन दहाड़े मौत का तांडव जंगल राज की तरफ बढ़ने का यह एक संकेत है। एनडीए के नेतृत्व में चल रही बिहार की सरकार के मुखिया नीतीश कुमार बिहार के जनता को क्या संदेश देना चाहते हैं जनता समझ चुकी है। आज अपराधी बिहार में बेलगाम घूम रहे हैं न कहीं फास्ट ट्रैक न्यायालय की व्यवस्था से तेजी से निर्णय लिए जा रहे हैं न जेल में बंद अपराधियों के केस में प्रगति हो रही है।जन स्वराज पार्टी के कर्णधार प्रशांत किशोर बराबर कहा करते हैं कि नीतीश कुमार की मानसिक हालत सही नहीं है फिर भी एनडीए के नेता यह मानने को तैयार नहीं है बदले में नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक बार फिर 25 के बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ने का एनडीए के नेता मन बना चुके हैं।उनके द्वारा दिए गए पूर्व में विधानसभा में महिलाओं के प्रति अनर्गल बयान या बिहार में स्वास्थ्य विभाग की मनमानी हो या अन्य विभाग में पदाधिकारीयो के लापरवाही युक्त कार्य से पीड़ित जनता,या बिहार में लगातार नव निर्मित पुलो के गिरने के सिलसिला में हो रही बढ़ोतरी यह संकेत दे रहा हैं कुशासन का, जंगल राज को कोष कर सत्ता प्राप्त करने वाले लोग अब बिहार को लेकर किधर जा रहे है जनता को इस बात को समझना होगा। मजदूरों का प्रदेश तो बिहार पहले से ही बना हुआ है अब बिहार को क्या बनना चाहते है नीतीश कुमार। यदि सचमुच बिहार को एक नई दिशा देनी है तो बिहार के मुखिया को बदलना होगा।
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