राम केवट संवाद का मंचन देख दर्शक हुए भाव विभोर

: स्थानीय विधायक अशोक कुमार सिंह पहुंचे





रामगढ़ : श्री रामलीला समिति रामगढ़  में रविवार की रात को राम-केवट संवाद का मंचन हुआ। इस दौरान स्थानीय विधायक अशोक कुमार सिंह पहुंचे , जहां समिति के लोगों ने अंगवस्त्र से किया सम्मानित,

केवट संवाद  का दृश्य को देखकर दर्शक भाव विभोर हो गए। केवट ने जब भगवान श्रीराम को पार उतारा तो भक्तों ने श्रीराम का जयघोष किया। रामलीला में कलाकारों के मंचन ने अपने अभिनय से दर्शकों को झकझोर दिया। केवट अनुराग के पात्र के भूमिका में  पिता पुत्र ने निभाया जो केवट शिशु तिवारी,और राम किशन तिवारी, लक्ष्मण अमृतांशु तिवारी,सीता अंकित ठाकुर, रहे। श्रीराम, लक्ष्मण और सीता की वन गमन के समय भीलों के राजा निषादराज से भेंट हुई। निषादराज अपने सहपाठी राम को देखकर दुखी होने के साथ बाद में आनंदित हो उठे। निषादराज ने आदर सत्कार कर बस्ती में रुकने का प्रभु श्रीराम से आग्रह किया लेकिन प्रभु राम ने पिता के वचनों से बंधे होने की बात कहीं। अगले दिन प्रात: निषादराज राम, लक्षमण और सीता को गंगा की ओर चलते हैं। 
 गंगा के पार जाने के लिए राम केवट से याचना करते हैं। लेकिन केवट यह कहते हुए मना कर देते हैं कि कहीं आपके चरणरज का स्पर्श पाकर नाव नारी न बन जाए। केवट राम से चरण धोकर नाव में बैठाने की शर्त रखते हैं। केवट प्रभु राम के चरणरज को धोकर पीते हैं। केवट राम, लक्षमण और सीता को गंगा पार कराते हैं। राम केवट को गंगा पार करने की मुद्रिका के रूप में अंगूठी देते हैं लेकिन केवट यह कहकर मना कर देते हैं कि आज आप मेरे घाट पर आए तो मैंने आपको पार उतारा, जब मैं आपके घाट आऊं तो आप मुझे भवसागर से पार लगा देना। केवट की यह बात सुनकर राम आशीर्वाद देकर आगे बढ़ जाते हैं। इस मौके पर अध्यक्ष  दीपक सिंह, किशन तिवारी, अभय तिवारी, सुधाकर तिवारी एवं रवि ठठेरा, मनोज सिंह अखिलेश्वर तिवारी  ओमप्रकाश सिंह जनार्दन तिवारी ऋषिमूनी सिंह राणा प्रताप सिंह जितेंद्र सिंह राजीव सिंह उर्फ राजू सिंह (पैक्स अध्यक्ष) आशीष सिंह आशुतोष तिवारी अजय  आँशु सिंह अश्विनी तिवारी  विशाल शर्मा  अभिषेक धीरज इत्यादि।

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