73,185 लीटर शराब रोड के किनारे से बारामद, शराबबंदी को सफल बनाने के लिए सख्त कानून की है जरूरत
- कुमार चन्द्र भुषण तिवारी, उप संपादक बिहार
- Dec 22, 2025
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संवाददाता श्याम सुंदर पाण्डेय की रिपोर्ट
दुर्गावती(कैमूर)-- बिती रात 12:30 बजे दुर्गावती पुलिस ने नुआंव से रामगढ़ पथ पर कबिलासपुर गांव के पास रोड के किनारे बोडे में करके फेके गए 73, 185 लीटर शराब बरामद किया। मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस की गस्त को देखकर लगता है खुदरा शराब विक्रेता शराब को रोड के किनारे ही फेंक कर भाग गये जहां से गस्ती में निकली पुलिस ने शराब को बरामद कर थाने लाई। बता दे की पुलिस डाल-डाल तो शराबी और शराब विक्रेता की पात पात की कहानी इन दिनों कैमूर में ही नहीं बिहार में चरितार्थ कर रहे है। दुर्गावती प्रखंड का अधिकतर हिस्सा उत्तर प्रदेश की सीमा से लगता है जिसके कारण शराब के विक्रेता और व्यवसाय करने वाले आसानी से शराब को लेकर बिहार के अन्य हिस्सों में दाखिल हो जाते हैं। लेकिन कानून के सख्त नहीं होने से पुलिस पकड़ती भी है तो कुछ ही दिनों में शराब विक्रेता फिर वापस आकर अपने धंधे में लग जाते है। सरकार को चाहिए कि यदि सचमुच शराब पर पाबंदी लगाना है और बंद करना है पकड़े गए शराब व्यवसायी की जमानत कम से कम 5 वर्ष से पहले नहीं होना चाहिए अन्यथा जेल में रहने के बाद ही केश को खोल पर 5 बरस की सजा से कम नहीं होने का कानून बनना देना चाहिए तब जाकर शराब विक्रेता और व्यवसाईयों पर एक हद तक अंकुश लग सकता है। यही नहीं जो शराब का सेवन करते पकड़े जाएं तो उनकी जमानत 2 बरस से पहले नहीं होनी चाहिए यदि होती भी है तो जुर्माना और वसूल कर जमानत देना चाहिए जिससे राजस्व भी आ सके अन्यथा लचीले कानून से यह व्यवसाय इसी तरह से फलता-पुलता रहेगा और पुलिस तथा एक्साइज विभाग के लोग परेशान होते रहेंगे। व्यवसाईयों को पकड़ना कोई आसान बात नहीं है शराब व्यवसाय पर पाबंदी लगाने वाले कामों में लगे कर्मचारी जब बहुत मशक्कत के बाद पकड़ते हैं और फिर वह जल्द छूट जाता है और व्यवसाय में फिर लग जाता है तो उनके मनोबल गिर जाते हैं और शराब विक्रेता और व्यवसाईयों के हौसले बुलंद हो जाते हैं जिसके कारण शराब पर पूर्ण रूप से पाबंदी नहीं लग सकती।


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