
कहिए मुख्यमंत्री जी रोजगार और पलायन लॉक डाउन एक भयावह स्थिति
- Lalu Yadav, Reporter Jharkhand/Bihar
- Mar 29, 2020
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जमुई ।। लंबे समय से बिहार में रोजगार के लिए पलायन एक बड़ा मुद्दा रहा है। मगर सरकारों की अनदेखी के कारण इस समस्या पर उचित ध्यान नहीं दिया गया और आज भी बिहार की एक बड़ी आबादी रोजगार के लिए पलायन करने को मजबूर है।
आम जनता सरकार पर आरोप लगाते हुए कहती है कि पलायन को कम करने के लिए बिहार सरकार ने रोड मैप में रोजगार सृजन की बात कही थी, लेकिन आज भी स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है इस बात की भयावहता तब सामने आई जब लॉक डाउन के दौरान हजारों या कहें कई लाख लोग जब दिल्ली और यूपी के बॉर्डर पर अपने परिवार-बच्चों के साथ अपने गृह राज्य जाने के लिए सारे नियम कानूनों को ताक पर रखकर निकल पड़े। उनके सामने बस एक ही चीज नजर आ रहा था कि चाहे जो भी परिस्थिति हो घर पहुंचा जाए।
क्या कभी आपने सोचा है कि यह लोग आखिर क्यों अपने राज्य को छोड़कर रोजगार की तलाश में अन्य राज्यों में जाते हैं । यह बात वर्तमान सरकार से भी छिपी नहीं है। कई सारे पत्रिकाओं में इसका आंकड़ा भी दिया गया है । लेकिन विगत 15 सालों से सुशासन बाबू की सरकार है और वो सुशासन की दम्भ भी भरते हैं। मैं इस वैश्विक महामारी के विकट समस्या के वक्त में कोई राजनीति नहीं करना चाहती, लेकिन अगर सरकार को इसका आईना नहीं दिखाया गया तो आगे भी यही भयावह स्थिति बदस्तूर जारी रहेगी।क्या आपने कभी सोचा है कि राज्य में लघु उद्योग, फैक्ट्रियां या अन्य उद्योग धंधे को स्थापित किया जाए, जिससे कि इस बेरोजगारी की समस्या से निजात पाया जा सके । जी कभी नहीं ।आज मैं दावे से कह सकती हूं कि आने वाला आगामी विधानसभा चुनाव में रोजगार की समस्या एवं पलायन एक प्रमुख मुद्दा रहने वाला है।इस विकट परिस्थिति में तो नहीं लेकिन इस कोरोना की समस्या से निजात पाने के बाद मैं माननीय मुख्यमंत्री महोदय से जरूर जानना चाहूंगी कि विगत 15 वर्षों में हमारे राज्य के नौजवान छात्रों एवं युवाओं के रोजगार के लिए आपने क्या प्रावधान किया ?आज यह लाखों की आबादी जो बिहार के बाहर जीवन निर्वाह कर रही हैं । अगर बिहार में ही उद्योग धंधे होते तो उन्हें गैर राज्य में जाने के लिए विवश नहीं होना पड़ता।खैर इन बातों को फिलहाल रहने दीजिए, इन्हें तो उचित समय आने पर देखा जाएगा। वर्तमान में वे सभी लोग जो दिल्ली एवं बाहर के अन्य राज्यों से बिहार में आ रहे हैं, उनके जीवन यापन के लिए समुचित संसाधन की व्यवस्था एवं उनकी सही तरीके से चिकित्सीय जांच हो ताकि कोरोना जैसी गंभीर बीमारी से निजात पाया जा सके।अंत में मैं आम जनता से आवाह्न करना चाहूंगी की केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों को सख्ती से पालन करें ।
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