सौन्दर्य समस्यायों के लिए घरेलु नुस्खे -शहनाज़ हुसैन

........ डॉ एम डी सिंह महाराजगंज

अगर आप नाक  और ढोड़ी पर सफेद फुन्सी से परेशान रहती हैं तो  इसके लिए आपकी त्वचा के अनुरूप एक नियमित रूप से क्लीनजिंग की जानी चाहिए। इन्हें आप नाखून आदि से हटाने की कोशिश न करें क्योंकि इससे त्वचा में संक्रमण हो सकता है। नियमित रूप से फेशियल स्क्रब से सफेद फुन्सी  को हटाने में मदद मिलेगी। यदि आपकी त्वचा काफी शुष्क है तो सप्ताह में एक बार स्क्रब कीजिए तथा इसे सफेद फुन्सी  के क्षेत्र तक ही सीमित रखिए। अगर आपकी त्वचा तैलीय है तो आप स्क्रब का नियमित प्रयोग कर सकती है। याद रखिए कि स्क्रब को मुहांसों , चकते फुन्सी ,  आदि स्थानों पर कदापि न लगाऐं। सफेद फुंसी के मामलों में कुछ घरेलू उपाय काफी कारगर सिद्ध होते है। मेथी की पतियों का पेस्ट बना लीजिए तथा इसे चेहरे पर एक घंटा तक लगाकर चेहरे को स्वच्छ पानी से धो डालिए। इसके लिए आलू का जूस या आलू को घीस कर भी चेहरे पर लगाया जा सकता है, प्रतिदिन 6-8 गिलास शुद्ध ताजा पानी पीजिए। सुबह उठते ही पानी के गिलास में नीबूं का रस डालकर खाली पेट पी लीजिए। इसके लिए जौं का पानी पीना भी काफी लाभदायक होता है।

अगर आप दो मुन्हें बालों की समस्या से जूझ रही हैं तो आप को यह बताना चाहूंगी की  दो मुहें बालों को काटकर ही ठीक किया जा सकता है लेकिन बालों की ट्रिमिंग के बाद बालों की उचित तथा पर्याप्त देखभाल कीजिए। बालों को नियमित रूप से रबड़ बैंड से मत बांधिए। बालों को हेयर ड्रायर तथा ब्रश से भी दूर रखिए। चौड़ी  दन्तेदार कंघी का प्रयोग कीजिए। सप्ताह में दो बार गरम नारियल तेल से बालों की मालिश कीजिए गर्म पानी में तौलियें को भीगोकर पानी को नीचोडकर गर्म तोलियें को पगड़ी की तरह अपने सिर से लपेट लीजिए तथा इसे 5 मिनट तक सिर पर बांधे रखें तथा इस प्रक्रिया को 3-4 बार दोहराएं। इससे सिर तथा खोपड़ी पर तेल को खपाने में मदद मिलती है। हमेशा हल्के हर्बल शैम्पू का प्रयोग कीजिए। शैम्पू का प्रयोग लगातार कम कीजिए तथा सिर धोनें के बाद इसे उचित तरीके से सुखा लीजिए। शैम्पू के बाद थोड़ी मात्रा में क्रीमी कन्डीशनर का हल्के-हल्के बालों में मालिश कीजिए इन्हें दो मिनट तक लगे रहने दीजिए तथा इसके बाद ताजे शुद्ध पानी से सिर को धो डालिए विकल्प के तौर पर आप हेयर सीरम या ‘‘लीव आन’’ टाईप का कन्डीशनर भी प्रयोग कर सकती है। प्रतिदिन एक कटोरी अंकुरित अनाज लीजिए तथा अपने डाक्टर की सलाह से विटामिन तथा मिनरल पोषाहार लीजिए।

अगर आप समय से पहले ही चेहरे पर झुर्रियों की समस्या से जूझ रही हैं तो आप को बता दूँ की  त्वचा की नियमित देखभाल से चहरे की झुर्रियों  को लम्बे समय तक रोका जा सकताहै लेकिन अगर चेहरे पर झुर्रियां आनी शुरू होे गई है तो त्वचा का पर्याप्त देखभाल तथा त्वचा पर उपयोग  किए जाने वाले सौन्दर्य  उत्पादों पर पर्याप्त ध्यान देने की अत्याधिक आवश्यकता होती है। उदाहरण के तौर पर अत्यन्त शुष्क त्वचा के केस में साबुन का प्रयोग  बन्द कर देना चाहिए  ताकि  त्वचा को शुष्क होने से रोका जा सके/ अपनी   दैनिक दिनचर्या में त्वचा की नमी को बनाए रखने तथा भविष्य में नमी की कमी को रोकने पर पर्याप्त ध्यान दिया जाना चाहिए। त्वचा को सूर्य की गर्मी, बनावटी तापमान, एयरकन्डीशनिंग, रसायनिक वायु प्रदूषण तथा बनावटी सौदर्य प्रसाानों से दूर रखा जाना चाहिए। दिन में घर से बाहर निकलने से पहले  त्वचा में उपयुक्त सनस्क्रीन तथा माईस्चराईजर का प्रयोग करना चाहिए। सौंदर्य प्रसाधनों में उन उत्पादों का प्रयोग कीजिए जिनमें माइस्चराईजर विद्यमान हो। सांयकाल में त्वचा को माइस्चराईजिंग क्रीम से मालिश करने सोने से पहले इसे गीले काटन वूल से हटा दीजिए।

होंठों   की त्वचा काफी संवेदनशली तथा पतली होती है।  चेहरे को स्वच्छ जल से धोते समय जब होंठ गीले हो, तब आप उन्हें मुलायम तोलिये से पोछिए। इससे मृतक कोशिकाओं को हटाने में मदद मिलेगी। 

  होंठों को मुलायम , आकर्षक और कोमल बनाये रखने के लिए  मिल्क क्रीम में नीबूं रस की कुछ बूंदे मिलाकर होठों पर एक घंटा तक लगाइए तथा इसके बाद इसे मुलायम तोलिए से पोछए। इससे मृतक कोशिकाओं को हटानें में मदद मिलेगी। मिल्क क्रीम में नीबूं रस की कुछ बूंदे मिलाकर होठों पर एक घंटा तक लगाइए तथा इसके बाद इसे मुलायम तौलिए से हटा दीजिए। रात्रि को शुद्ध बादाम तेल होठों पर लगाकर पूरी रात लगा रहने दीजिए आप सनस्क्रीन सहित होठों के बाम का प्रयोग भी कर सकता है। अपने लिपस्टिक के ब्रांड को नियमित रूप से बदलते रहिए, क्योंकि कुछ लिपस्टिक के ब्रांड में प्रफयूम की वजह से होठों में कालापन आ जाता है।

तैलीय तथा कील मुंहासों से प्रभावित त्वचा के लिए एक चम्मच शहद में एक चम्मच नीबूं रस तथा थोड़ी सी हल्दी मिलाकर उसका मिश्रण बना लीजिए तथा उस मिश्रण को त्वचा पर 20 मिनट लगाा रहने के बाद ताजा एवं सापफ जल से धे डालिए आंखों के सौंदर्य की प्रतिदिन देखभाल के लिए शु( बादाम तेल को आंखों से सटी त्वचा पर हल्का-हल्का गोलाकार रूप में लगाइए। प्रत्येक आंखों की त्वचा पर अनामिका अंगूली द्वारा एक मिनट तक हल्की-हल्की मालिश कीजिए तथा उसे 15 मिनट बाद गीले काटन वूल से सापफ कर दीजिए। हाथों तथा पांवों के सौंदर्य की प्रतिदिन देखभाल के लिए तीन चम्मच गुलाब जल, दो चम्मच नीबंू जूस तथा एक चम्मच शहद का मिश्रण तैयार कर लीजिए। इस मिश्रण को हाथों तथा पांवों पर लगाकर आध घंटा बाद ताजे पानी से धो डालिए। 

पफेस मास्क तैयार करने के लिए तीन चम्मच जैई को अण्डे के सपफेद भाग तथा  एक चम्मच बादाम, दही तथा शहद में मिलाकर मिश्रण तैयार कर लीजिए। शुष्क त्वचा के लिए अण्डे के पीले भाग का उपयोग कीजिए। इस पफेस पैक में आप पक्के पपीते या संतरे के जूस का भी उपयोग कर सकते है। इस पैक को आंखों तथा होठों के भाग को छोड़कर बाकी चेहरे पर लगा लीजिए तथा इस मिश्रण को 30 मिनट बाद ताजे स्चच्छ पानी से धे डालिए। 

आंखों की चमकीली तथा सुन्दरता के लिए चेहरे पर पफेस मास्क लगाने के बाद दो काटनवूल पैड को गुलाब जल में भीगोईए तथा आई पैड की तरह प्रयोग कीजिए। इसे आंखों पर लगाने के बाद 20 मिनट तक आराम से लेट जाइए।

बाड़ी स्क्रब के लिए चावल पाउडर, तिल के तेल, सूखी पुदीना पत्तियों, दही, शहद तथा चुटकी भर हल्दी मिलाकर मिश्रण तैयार कर लीजिए। तिल का तेल वास्तव में सूर्य की गर्मी से झुलसी त्वचा को शांति तथा सुरक्षा प्रदान करता है तिल के  बीजों को दरदरा करके पीसिए तथा इसमें सूखी पूदीने पत्तियोें को मिलाकर मिश्रण तैयार कर लीजिए। इस मिश्रण में थोड़ा शहद मिलाकर इस मिश्रण को त्वचा पर लगा लीजिए। इसे त्वचा पर कालिमा को दूर करने तथा त्वचा की रंगत को निखारने में मदद मिलती है। पुदीने की पत्तियों का त्वचा पर स्पफूर्तिदायक प्रभाव होता है जिससे चेहरे की रंगत में लालिमा आती है। शहद त्वचा में नमी तथा कोमलता लाता है। शुष्क त्वचा के लिए इस मिश्रण में एक चम्मच शु( बादाम तेल मिला लीजिए। इस मिश्रण को नहाने से पहले शरीर में लगाकर आहिस्ता-2 पूरे शरीर में रगड़िए तथा बाद में ताजे पानी से धे डालिए। इसके बाद तिल या जैतून के तेल से शरीर की मालिश कीजिए। हाथों को सुन्दरता  के लिए ताजे संतरे की छीलन को पफाडकर इन्हें हाथों पर लगाने से चेहरे में चमक आ जाती है। नाखूनों तथा बाहरी त्वचा को पोषित तथा मुलायम करने के लिए बादाम तेल तथा शहद  को बराबर  मात्रा में मिलाइए तथा उससे नाखूनों, हाथों तथा बाहरी त्वचा पर मालिश कीजिए। इस मिश्रण को 20 मिनट बाद ताजे सापफ पानी से धो डालिए।

बालों की सुन्दरता के लिए अपने बालों को प्रत्येक शैम्पू से पहले कंडीशनिंग उपचार प्रदान करे। एक चम्मच सिरके शु( गलीसरीन तथा अण्डे का मिश्रण बनाइए। इस मिश्रण को भली भांति पफेटिए तथा इस मिश्रण को खोपड़ी की खाल पर लगाइए, इसके बाद खोपड़ी को 20 मिनट तक गर्म तौलिए से लपेट लीजिए तथा बाद में बालों को ताजे पानी से धे डालिए। इससे आपके बालों को पोष्टिकता मिलेगी तथा बालों में चमक तथा सौंदर्य का निखार होगा।

शुष्क, टूटे हुए तथा घुंघराले बालों को सौंदर्य प्रदान करने के लिए 2 बूंद हल्के बनस्पति तेल को लेकर अपनी हथेली पर रखिए तथा दोनों हथेलियों को हल्के-हल्के से मालिश कीजिए ताकि तेल दोनों हथेलियों पर समान रूप से समा जाता है तथा दोनों हथेलियों से सिर को अहिस्ता-अहिस्ता मालिश कर लीजिए। इस उपचार से शुुष्क बालों को कापफी पफायदा मिलता है।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट