85 वर्ष के उम्र में भी एक फलवाल रोज 100 दंड मारते है और साथ ही गदा भी फेरते है

भगवानपुर से संवाददाता सिंगासन सिंह यादव की रिपोर्ट


भगवानपुर (कैमूर))।। के पहडिया गांव के श्री परिखा सिंह यादव  प्रखण्ड भगवानपुर के मूल निवाशी है। मिडिया से मुखातिव होते हुए अपने जीवनी की बात बताये की मैं अपना जीवन पहलवानी को चुन लिये और रोज  पहलवानी सुबह 4 चार वजे भोर से लेकर से 8 वजे दिन तक अखाड़े में लड़ना और डिप्स मारने से लेकर एक साथ 6,7 लोगो के कुश्ती कारना और घर जाने के बाद बोले की ज़्यादा नही अधिक से अधिक हम 4चार लीटर दूध और सकरकंद को खाते थे। जो की  अपने जमाने  के जाने माने पहलवान थे। उनका एक बेटा है। जिनका नाम मुराहु सिंह यादव है। वे भी राज्य अस्तरीय की कुश्ती कर चुके है। वैसे भगवानपुर में पहडिया गांव पहलवानों की धरती पूर्व से ही रही है। जो की आज भी अखाडा चलता है।श्री परिखा सिंह पहलवान ने आपने समय में पहडिया के श्री सच्चन सिंह और कम्हारी के राज्य अस्तरीय  पहलवान श्री बलदत सिंह अनेको को कुश्ती जो की बहुत ही क्षेत्र का नाम किये बता दे की श्री परिखा सिंह पहलवान आज 85 साल के उम्र में 100 दंड और सपाट मारते है। पहलवान श्री ने बोले की आज काल के बच्चे भी  नियमित कुश्ती करे तो  पहलवान बन सकते है।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट