वैक्सीन लेने के बाद भी संक्रमण की चपेट में आया, लेकिन जल्द हुआ स्वस्थ : सुशील कुमार


- कोरोना को मात देने के बाद वैक्सीन पर हुआ भरोसा, अब लोगों को जागरूक करते हैं सदर बीएचएम

बक्सर, 21 जुलाई | कोरोना वायरस व उसके संक्रमण के खिलाफ जारी लड़ाई  में वैक्सीन ही सबसे कारगर हथियार है। इस बात को जिले के स्वास्थ्य कर्मियों व चिकित्सकों से बेहतर कोई नहीं समझता। कोरोना की दूसरी लहर में हजारों लोगों के साथ कई चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी भी संक्रमित हुए, लेकिन अन्य मरीजों की तुलना में वो न केवल जल्द स्वस्थ हुए बल्कि संक्रमण से उन्हें कुछ खासा नुकसान नहीं हुआ। इन्हीं स्वास्थ्य कर्मियों में से एक हैं सदर प्रखंड में तैनात प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक (बीएचएम) सुशील कुमार। जिन्होंने वैक्सीन लेने के बाद न केवल संक्रमण को मात दी साथ ही साथ लोगों को भी वैक्सीन लेने के लिए तथ्यों व जानकारियों के साथ जागरूक करने लगे। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग से जुड़े होने और संक्रमण से उबरने के कारण लोग उनकी बातों पर अमल कर वैक्सीन लेने लगे।  

सावधानियां बरतने के बाद भी संक्रमण की चपेट में आए :

बीएकएम सुशील कुमार ने कहा, हम फ्रंटलाइन वर्कर्स हैं तो हाई रिस्क पर रहते हैं। साथ ही, इस बात को भी नकारा नहीं जा सकता है कि स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारियों व कर्मचारियों के आसपास वायरल लोड ज्यादा होता है। जिसको देखते हुए विभाग ने सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों व फ्रंट लाइन वर्कर्स को वैक्सीन देने का निर्णय लिया। जिसके बाद उन्होंने समय पर वैक्सीन की  दोनों डोज ले ली है। लेकिन, दूसरी लहर में संक्रमण की प्रबलता इतनी अधिक थी कि  तमाम सावधानियां बरतने के बाद भी वो इसकी चपेट में आ गए। हालांकि उन्हें संक्रमण से ज्यादा परेशानी नहीं हुई, लेकिन परिवार के सदस्यों व साथियों की सुरक्षा के मद्देनजर उन्होंने संक्रमण की जांच कराई। जहां रिपोर्ट पॉजिटिव आयी। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्होंने स्वयं को आइसोलेट किया और दवाओं का सेवन किया। जिसकी बदौलत बुखार व अन्य सामान्य लक्षणों से वो जल्द ठीक हो गयें।

संभावित तीसरी लहर से बचना है, तो वैक्सीन लगाना बहुत जरूरी :

बीएचएम सुशील कुमार ने बताया, दूसरी लहर तो किसी प्रकार चली गयी। लेकिन, वैज्ञानिकों के अनुसार अगस्त में कोरोना की तीसरी लहर आने की संभावना है। जो पिछली लहर से ज्यादा नुकसानदायक साबित हो सकती है। जिसको देखते हुए लोगों को अभी से सचेत होना होगा। सबसे पहले लोग अपने नजदीकी वैक्सीनेशन सेंटर्स पर जाकर वैक्सीन की पहली डोज लें और उसके बाद निर्धारित अवधि होते ही दूसरी डोज अनिवार्य रूप से लें। ताकि, वह स्वयं के साथ साथ अपने परिजनों, रिश्तेदारों और समाज को संक्रमण की आगामी संभावना से बचा सकें। उन्होंने बताया, अब तो जिले में कोविशील्ड के साथ साथ कोवैक्सीन  भी आ गयी है  जिसकी  दूसरी डोज की अवधि काफी कम है। इसलिए उन्होंने जिलेवासियों से अनिवार्य रूप से वैक्सीन लेने की अपील की।

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