कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज के लिए आगे आएं लोग : डीआईओ

- जिले के पांच केंद्रों पर लाभुकों को दी गयी वैक्सीन की दूसरी डोज

- वैक्सीन की उपलब्धता के आधार पर ही सत्र स्थलों का किया जाएगा संचालन

बक्सर, 22 जुलाई | जिले में टीकाकरण के लिए पिछले कुछ माह से व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चला कर लोगों को वैक्सीन लेने के लिए जागरूक किया गया। जिसका प्रतिफल धरातल पर भी देखने को मिला। लोग बड़ी संख्या में वैक्सीन लेने के लिए जिले के विभिन्न सत्र स्थलों पर जुटे और अपना डोज लिया। जिले में वैक्सीन की पहली डोज के प्रति लाभुकों का रुझान काफी अच्छा है, विशेषकर युवा वर्ग का। लेकिन, कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए अब वैक्सीन की दूसरी डोज के प्रति लोगों की रुचि और भरोसा बढ़ाने की दिशा में काम किया जा रहा है। इस क्रम में वैक्सीन की उपलब्धता के आधार पर दूसरी डोज देने के लिए जिले में पांच सत्र स्थलों का संचालन किया गया। इनमें बक्सर जिला मुख्यालय में स्थित गोयल धर्मशाला व सदर अस्पताल, डुमरांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व राज हाई स्कूल तथा चौगाईं में मांझी मध्य विद्यालय शामिल हैं। जहां पर पहली डोज ले चुके लाभार्थियों को वैक्सीन की दूसरी डोज दी गयी।

वैक्सीन की दूसरी डोज बेहद जरूरी :

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. राज किशोर सिंह ने बताया, बक्सर जिला समेत पूरे राज्य में मेगा वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत राज्य सरकार का मुख्य उद्देश्य कोविड की 

 संभावित तीसरी लहर से ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन देकर सुरक्षित करना है। इसके लिए सबसे जरूरी है पहली डोज के साथ साथ लाभुकों को दूसरी डोज दी  जाए। जिससे उनके शरीर में संक्रमण से लड़ने के लिए एन्टी बॉडीज का निर्माण हो सके। उन्होंने बताया, विश्व स्वास्थ्य संगठन का भी यही कहना है कि जब तक कोई सामान्य लाभुक वैक्सीन की  दोनों डोज निर्धारित अवधि पर नहीं ले लेता, तब तक वह कोरोना संक्रमण के प्रभाव से पूरी तरह सुरक्षित नहीं हो सकता। हालांकि, वैक्सीन की  दोनों डोज लेने व उसके बाद भी  लोगों को कोविड-19 के सभी सामान्य नियमों और प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करना होगा। क्योंकि इस दौरान शरीर में काफी सारे बदलाव आते हैं और एन्टी बॉडीज का पूरी तरह से निर्माण नहीं हो पाता।

वैक्सीन आते ही बढ़ाये जाएंगे सत्र स्थल :

यूएनडीपी के वीसीसीएम मनीष कुमार सिन्हा ने बताया, सरकार की ओर से जिले को जितनी वैक्सीन उपलब्ध कराई जाती है, उसके अनुसार टीकाकरण सत्रों का संचालन किया जाता है। फिलवक्त जिले में 2000 डोज उपलब्ध थे, जिसके तहत गुरुवार को सत्रों का संचालन किया गया। यदि, इन सत्रों के संचालन के बावजूद वैक्सीन बचती है, तो शुक्रवार को इन्हीं निर्धारित केंद्रों पर दूसरी डोज के लिए ही सत्रों का संचालन किया जाएगा। ऐसे में पहली डोज के इच्छुक लाभुकों को थोड़ा धैर्य रखना होगा। जैसे ही राज्य मुख्यालय से वैक्सीन की खेप जिले में आएगी, लाभुकों के लिए सत्रों को बढ़ा दिया जाएगा। जिसकी सूचना जिला प्रशासन के विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म व फ्रंट लाइन वर्कर्स के माध्यम से लोगों तक पहुंचा दी जाएगी। जिसके बाद लाभुक टीकाकरण केंद्रों पर जाकर वैक्सीन ले सकते हैं।

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