फसलों में रोग लगने पर ही कीटनाशक दवाओं का प्रयोग करे किसान : कृषि वैज्ञानिक

कृषक गोष्ठी में किसानों को सिखाया गया वीज उत्पादन के गुर 

चांद (कैमूर)।। प्रखण्ड बघैला तालाब पर एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण शिविर का आयोजन बिहार स्टेट सीड एण्ड आर्गेनिक सर्टिफिकेट एजेंसी के द्वारा किया गया। प्रशिक्षण शिविर में किसानों को वीज उत्पादन एवं प्रमाणन के लिए प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण देते हुए अमित कुमार सिंह कृषि वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र अधौरा ने किसानों को वीज उत्पादन के गुर देकर प्रशिक्षित किया। प्रशिक्षण देते हुए अमित कुमार सिंह ने कहा फसलों के उत्पादन में वीज का महत्वपूर्ण योगदान है। कृषि वैज्ञानिक ने कहा नेशनल वीज निगम एवं कुदरा बीज निगम से पंजीकृत किसान वीज उत्पादन करते समय वीज के गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने ने कहा वीज की गुणवत्ता प्रभावित होने पर फसल का उत्पादन कम होता है। कृषि वैज्ञानिक ने किसानों से कहा की फसलों में रोग लगने पर ही कीटनाशक दवाओं का प्रयोग करे। अमित सिंह ने कहा कि फसलों में उर्वरक का बेतहाशा प्रयोग नहीं करे। उन्होंने ने कहा की मिट्टी जांच कराने के बाद मुख्य पोषक तत्व एवं सुक्ष्म पोषक तत्व का प्रयोग करें। उन्होंने ने कहा खेती करते समय सावधानी बरते गें तो उत्पादन गुणवत्ता युक्त अधिक होगा। प्रशिक्षण शिविर में नेशनल वीज निगम प्रबंधक अजब सिंह वीज सर्टिफिकेशन इ स्पेक्टर ज्ञान सिंह अस्तरा हाइब्रिड सीड जिगना के डायरेक्टर बन्टी तिवारी अमित कुमार पाण्डेय आदि वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किये। प्रशिक्षण शिविर में किसानों ने वीज में धांधली करने की शिकायत की किसान श्याम नारायण सिंह ने वीज उत्पादन करने वाले किसानों को नेशनल वीज निगम एवं कुदरा बीज निगम के द्वारा  गेंहू का पैसे नहीं देने का आरोप लगाया। शिविर में कृष्णा सिंह असर्फी सिंह राणा प्रताप सिंह भोला सिंह रामप्रताप सिंह कैलाश साह मनोज कुमार आदि किसानों ने भाग लिया।

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