शहरी इलाकों में परिवार नियोजन के प्रति सामुदायिक जागरूकता का सारथी रथ किया गया रवाना

• 17 से 29 जनवरी तक 'परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा' के तहत लोगों को किया जाएगा जागरूक

• सदर प्रखंड परिसर में लोगों के लिए लगाया जाएगा नियोजन मेला

• पुरुषों व महिलाओं के बीच परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों का किया जाएगा वितरण

बक्सर ।। जिले में परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी साधनों के प्रयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है। पखवाड़ा के पहले चरण में 10 से 16 जनवरी तक दम्पति सम्पर्क सप्ताह का आयोजन किया गया। वहीं, 17 से 29 जनवरी तक दूसरे चरण के तहत 'परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा' संपादित किया जायेगा। जिसको लेकर लोगों को जागरूक करने का काम शुरू कर दिया गया है। इसके लिये रविवार को शहरी इलाकों के लिये सदर प्रखंड स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से सारथी रथों को रवाना किया गया।   उक्त सारथी रथों को बीडीओ दीपचंद जोशी ने हरी झंडी दिखाई। इस दौरान सदर प्रखंड के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सुधीर कुमार, बीसीएम प्रिंस कुमार सिंह तथा स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे।

पुरुषों को परिवार नियोजन में भागीदारी बढ़ाने की जरूरत :

बीडीओ दीपचंद जोशी ने बताया, बीते कई वर्षों में परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी साधनों के प्रति जागरूकता बढ़ी है। लेकिन, स्थायी साधनों के इस्तेमाल में महिलाओं की संख्या अधिक है। जो चिंता का विषय है। पुरुषों को परिवार नियोजन स्थायी सेवाओं को अपनाकर पारिवारिक ज़िम्मेदारी की नींव मजबूत करनी होगी। ताकि, वे सुखी परिवार का आधार बना सकें। हालांकि, पुरुषों में अस्थायी साधनों को बढ़ चढ़कर अपनाया भी जा रहा, लेकिन जिला स्वास्थ्य विभाग को स्थायी साधनों के प्रति भी पुरुषों कि भागीदारी बढ़ाने के लिये अभियान चलाना होगा।

पखवाड़े का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक समुदाय की भागेदारी :

चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सुधीर कुमार ने बताया, परिवार नियोजन सेवा सप्ताह के दौरान सारथी रथ द्वारा प्रखंड के शहरी इलाकों के प्रत्येक हिस्से में घूम घूम परिवार नियोजन अस्थायी साधनों का वितरण होगा। स्थायी साधनों के प्रयोग के लिये प्रचार-प्रसार के माध्यम से समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक परिवार नियोजन की जानकारी पहुंचाई जाएगी। ताकि अधिक से अधिक लोग परिवार नियोजन को जाने और आगे बढ़ कर उसे अपनाएं। उन्होंने कहा, हमारा उद्देश्य केवल अस्पताल से परिवार नियोजन साधनों का वितरण नहीं बल्कि परिवार नियोजन के प्रति सामुदायिक जागरूकता बढ़ा कर उनकी अधिकाधिक भागीदारी सुनिश्चित करना भी है।

परिसर में मेले का भी होगा आयोजन : 

डॉ. सुधीर कुमार ने बताया, प्रखंड परिसर में नियोजन मेले का भी आयोजन होगा। जिसमें में फैमिली प्लानिंग कार्नर की भी स्थापना की जायेगी। जहां पर एएनएम की प्रतिनियुक्त किया जायेगा, जो महिलाओं को अस्थाई संसाधनों की जानकारी दी जाएगी। जिसमें अगर कोई महिला परिवार नियोजन ऑपरेशन के लिए इच्छुक हैं। किन्तु, वह शारीरिक रूप से ऑपरेशन के लिए सक्षम नहीं हैं तो ऐसे महिलाओं को अस्थाई संसाधनों की जानकारी दी जाएगी। जैसे कि, ऐसे महिला को कंडोम, कॉपर-टी, छाया, अंतरा समेत अन्य अस्थाई संसाधनों की जानकारी देकर अपनाने के लिए प्रेरित की जाएगी। साथ ही, कार्नर पर ही उक्त संसाधन मुफ्त में उपलब्ध कराएं जाएंगे। जिससे अस्थायी संसाधनों को भी गति मिल सकें।

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