तरैथा में गाजे-बाजे घोड़े रथ के साथ निकाली गई जल भरी कलश यात्रा श्रद्धालुओं ने लगाया श्री चंडी महायज्ञ का जयघोष

मिलन कुमार सिंह


नुआंव ।। नुआंव प्रखंड के तरैथा पंचायत स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय पर परम पूज्य प्रदीपानंद जी महाराज सान्निध्य में 22 मार्च से 30 मार्च तक आयोजित श्री चंडी महायज्ञ की जल भरी के लिए मंगलवार को कलशयात्रा  निकाली गई, जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए , गाजे बाजे घोड़े के साथ से चालू श्रद्धालु जय श्री चंडी महायज्ञ का नारा लगाते हुए हाथ में कलश लेकर  के लिए यज्ञ स्थल से करीब 10:00 बजे दिन में अकोली पुल के दुर्गावती नदी घाट पर पहुंचे, वहां से श्रद्धालु  ने जय घोष से वातावरण भक्तिमय हो गया आचार्य प्रदीपानंद जी महाराज कृष्णकांत दुबे संतोष चतुर्वेदी ने मंत्रोच्चारण के साथ जल शुद्धीकरण कर कलश में जल भरवाया श्रद्धालुओं ने जल को लेकर पुणे यज्ञ मंडप में कलश स्थापित किए श्रद्धालुओं के सहयोग के लिए यज्ञ समिति के लोग ग्रामीण युवक पंचायत के जनप्रतिनिधि समाजसेवी तैनात रहे वही रास्ते में सिसौडा के युवा समाजसेवियों ने जल में शामिल हुए लोगों को जल ग्रहण करवाया वहीं पर 22 तारीख से लेकर 29 तारीख तक प्रवचन का कार्य होगा 30 तारीख को भंडारा के साथ यज्ञ का पूर्णाहुति होगी

जीवन में गुरु होना अति आवश्यक, प्रदीपनंद जी महाराज श्री प्रदीपानंद जी महाराज ने कहा कि बिना गुरु का परमात्मा की प्राप्ति संभव नहीं है गुरु के द्वारा ही परमात्मा की प्राप्ति संभव  अतः जीवन में गुरु होना अति आवश्यक है मंडप में सबसे ज्यादा महत्व सत्संग का है भागवत कृपा होने पर ई सत्संग करने का सौभाग्य प्राप्त होता है किसी के जीवन में अगर सच्चे संत का दर्शन हो जाए तो पूरा जीवन सफल माना जाता है जो सात जन्मों में मिलना संभव नहीं वह एक सच्चे संत के दर्शन मात्र से संभव हो सकता है कलिकाल में संत दर्शन का बहुत ही बड़ा महत्व है परमात्मा प्राप्ति में मनुष्य जितना स्वतंत्र है उतना और किसी कार्य में स्वतंत्र नहीं है परमात्मा प्राप्ति के लिए उपायों की इतनी जरूरत नहीं जितनी भीतर की लगन की जरूरत है धन की प्राप्ति में क्रिया की मुख्यता है परमात्मा की प्राप्ति में लालसा की आवश्यकता है

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