वार्ड संरचना के सरहद बंदी में गड़बड़ी को लेकर उठे सवाल

कल्याण ।। वार्ड संरचना में मनपा द्वारा की गई सरहदबंदी (डिमार्केशन) के कारण मतदाता सूची में काफी गड़बड़ी पाई गई जिसको लेकर कुछ पूर्व नगरसेवक अपनी शिकायत दर्ज कराने मनपा मुख्यालय पंहुचे तथा सरहदबंदी के कारण मतदाता सूची में हुई गड़बड़ी को उन्हें दिखाया साथ ही यह चेतावनी भी दी कि अगर इस गड़बड़ी को चुनाव पूर्व सुधारा नही गया तो इस पर कानूनी लड़ाई लड़ी जाएगी।

मंगलवार को पूर्व नगरसेवक हर्षवर्धन पलांडे, उदय रसाल, शरद पाटिल, विशाल पावशे, प्रशांत काले तथा नीलेश शिंदे मनपा मुख्यालय स्थित चुनाव अधिकारी के कार्यालय में गए जहां उन्होंने उप आयुक्त (चुनाव) सुधाकर जगताप तथा पल्लवी भागवत से मुलाकात कर मतदाता सूची में डिमार्केशन के कारण हुई गड़बड़ी को बताया। इस संबंध में पूर्व नगरसेवक एड. उदय रसाल नें बताया कि वार्ड की हदबंदी के दौरान अनुभवहीन अधिकारियों की गड़बड़ी के कारण एक वार्ड के हजारों मतदाताओं का नाम दूसरे वार्ड की सूची में चला गया है जब कि आसपास की बिल्डिंग के लोगों का नाम उसी वार्ड में है।

एड. रसाल नें बताया कि आने वाले समय में अगर इस मतदाता सूची के दोष को दूर नही किया गया तो इससे विकास तथा मतदाताओं को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। मतदाता सूची की गड़बड़ी को प्रदर्शित करने के बावजूद मनपा अधिकारी प्रमाण के लिए ऐसी गड़बड़ी हुए लोगों के राशन कार्ड, पहचान पत्र की मांग शिकायतकर्ताओं से ही कर रहे हैं जब कि उन्हें इस पर स्वतः संज्ञान लेना चाहिए, क्योकि हजारों की संख्या में मतदाता शिकायत दर्ज कराने नही जा सकते अतः लोकप्रतिनिधियों नें इसकी शिकायत की। डिमार्केशन के कारण प्रायः सभी वार्डों में ऐसी गड़बड़ी पाई जा रही है। उदय रसाल नें उदाहरण देते हुए बताया कि 16 नंबर वार्ड के तमाम मतदाता 20 नंबर में नामित हुए हैं ऐसे ही 5 नंबर वार्ड के मतदाता 16 नंबर के वार्ड की मतदाता सूची में नामित हैं। सभी पूर्व नगरसेवकों का कहना है कि यदि मनपा इस पर संज्ञान नही लेती है तो फिर कानून का सहारा लेना पड़ेगा।

इस संबंध में उप आयुक्त (चुनाव) सुधाकर जगताप से बात करने पर उन्होंने बताया कि इस विषय पर सात डिप्टी कमिश्नर को प्राधिकर्ता अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है आई हुई शिकायतों पर नियुक्त किए गए अधिकारी जायजा लेंगे तथा उचित समाधान निकालेंगे।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट