कैमूर पुलिस को मिली बड़ी सफलता डेढ़ वर्षीय बच्चे के अपहरण कांड का किया गया सफल उद्वेदन

महिला सरगना सहित सात अपराधी गिरफ्तार

जिला संवाददाता संदीप कुमार की रिपोर्ट 

कैमूर- पुलिस को मिली बड़ी सफलता थाना क्षेत्र के कुदरा ओवरब्रिज के नीचे से डेढ़ वर्षीय बच्चा अपहरण कांड का किया गया सफल उद्भेदन। आपको बताते चलें कि विगत 15 जून 2024 को कुदरा थाना क्षेत्र के नगर पंचायत कुदरा ओवरब्रिज के नीचे से जिला के नुआंव थाना क्षेत्र के मेला नुआंव गांव निवासी जितेंद्र कुमार पिता हरेंद्र राम जो कि उक्त स्थल पर झोपड़ी डालकर रहते हैं, सिलबट्टा में धार देने का काम करते हैं। जिनके डेढ़ वर्षीय पुत्र को अपहरण कर्ताओं द्वारा स्थल से उठाकर मोटरसाइकिल के माध्यम से गायब कर दिया गया था। पीड़ित परिवार द्वारा कुदरा थाने में अज्ञात अपहरण कर्ताओं के विरुद्ध आवेदन दिया गया। थाना प्रशासन द्वारा कुदरा थाना कांड संख्या 197/24 दिनांक 15.0 6.24 धारा 363/ 365/ 34 भारतीय दंड विधान में प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान जारी था। जिस संदर्भ में 24 जुलाई को कैमूर आरक्षी अधीक्षक ललित मोहन शर्मा के द्वारा प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से जानकारी दिया गया, कि कांड की गंभीरता को देखते हुए पुलिस उपमहानिरीक्षक शाहाबाद के द्वारा इस कांड की समीक्षा करते हुए एक टीम का गठन किया गया। गठित टीम के द्वारा कांड के उद्वेदन में बयान एवं वैज्ञानिक आधारित अनुसंधान किया जा रहा था। इस दिशा में घटनास्थल से प्राप्त सीसीटीवी फुटेज एवं टावर डम्प का उपयोग किया गया परंतु टावर डम्प की सहायता से अपराधी का पता लगाना मुश्किल प्रतीत हो रहा था। क्योंकि घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर रेलवे लाइन गुजर रही है। गठित टीम के द्वारा सीसीटीवी फुटेज में पीले रंग के संदिग्ध मोटरसाइकिल की खोजबीन की गई। जिसमें विधि विज्ञान प्रयोगशाला पटना की भी सहायता ली गई। कैमूर जिला के विभिन्न शोरूम में संदिग्ध मोटरसाइकिल का पता लगाया गया। जिनके अथक प्रयास एवं छापेमारी के बाद गिरोह की महिला सरगना समेत 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया, साथ ही डेढ़ वर्षीय बच्चे को सही सलामत बरामद किया गया। अनुसंधान के क्रम में यह बात सामने आई की अपहृत द्वारा बच्चे का छदम नाम से आधार कार्ड भी बनवाया गया था। जिससे पता चलता है कि बच्चों को बेचने की योजना बनाई गई थी। जिसके पहले ही कैमूर पुलिस द्वारा बच्चों को बरामद कर लिया गया। यह सभी अपराधी मानव तस्करी से संबंधित हैं। घटना को अंजाम देने से पहले घटनास्थल की रेकी भी की गई थी गिरोह का मुख्य सरगना पूजा कुमारी के द्वारा बच्चे का अपहरण करने के लिए 20000 रुपए पिंटू प्रसाद एवं शत्रुघ्न पटेल को दिया गया था। इस पूरे अभियान में डी.आई.यू. की टीम भभुआं के अतिरिक्त कैमूर पुलिस एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के प्रभारी पुलिस निरीक्षक संजय कुमार रजक की भूमिका अत्यंत सराहनीय है। यह केस कैमूर पुलिस के लिए काफी चुनौती पूर्ण था। पुलिस अधीक्षक कैमूर के द्वारा पूरी टीम को पुरस्कृत करने के लिए मुख्यालय अनुशंसा की गई। गिरफ्तार गिरोह की सरगना पूजा कुमारी पिता ललन बिन्द साकीम- डरवां, थाना -मोहनियां, चिंटू प्रसाद व पिंटू प्रसाद दोनों पिता स्वर्गीय राम आशीष बिंद, शत्रुघ्न पटेल पिता स्वर्गीय वैद्यनाथ सिंह, भानु प्रताप चौबे पिता लक्ष्मण चौबे सभी ग्राम-सैथा, नीतीश कुमार पिता भानु प्रताप सिंह ग्राम- रामपुर, मंगरू उर्फ सनी कुमार पिता जितेंद्र ठाकुर ग्राम- परमालपुर सभी थाना सोनहन जिला कैमूर के निवास हैं। प्रशासन द्वारा घटना प्रयुक्त मोटरसाइकिल कपड़े एवं एक स्कॉर्पियो गाड़ी भी बरामद किया गया है।

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