उचित मुआवजे की मांग हेतु किसान डटे रहे अनिश्चितकालीन धरने पर

कैमूर- जिला के चांद प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत मसोई गांव स्थित पी एन सी कैम्प में उचित मुआवजा की मांग को लेकर किसानों ने रविवार को 120 वां दिन अनिश्चितकालीन धरना जारी रखा।120 दिन से धरना पर बैठे किसानों ने कहा उचित मुआवजे की मांग पुरी होने तक अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा। किसानों ने कहा भारत माला परियोजना बनारस से रांची कोलकाता एक्सप्रेस-वे निर्माण एवं राष्ट्रीय राजमार्ग 219 बाईपास चौड़ीकरण में भूमि अधिग्रहण का किसानों को बाजार मूल्य से बहुत कम मुआवजा दिया जा रहा है। किसानों द्वारा उचित मुआवजा की मांग धीरे धीरे राजनीतिक हलकों में गुंजने लगा है। और कई स्थलों पर किसानों को उचित मुआवजा की मांग की आवाज जोर पकड़ने लगी है। शनिवार को आर्बिटेशन में लंबित मामलों की सुनवाई करते हुए कमिश्नर ने भी कैमूर जिले में सर्किल रेट कम रहने को चिंता का कारण माना। उन्होंने ने किसानों के प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया सर्किल रेट बढ़ाया जाएगा। कैमूर जिले में लगातार दो सालों से चल रहे आंदोलन एवं 120 दिन से चल रहा अनिश्चितकालीन धरना का असर राजनीतिक हस्तियों को सर्किल रेट बढ़ाने को मजबूर कर दिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सर्किल रेट की समीक्षा करने के लिए समिति गठित करने की घोषणा कर किसानों को मरहम लगाने का प्रयास किया। कैमूर के किसान आंदोलन को लेकर संकल्पित है और लगातार धरना जारी रखें हुए हैं। धरना पर बैठे हुए विमलेश पांडेय अध्यक्ष किसान संघर्ष मोर्चा कैमूर ने किसानों से हौसला बनाए रखने की अपील की। उन्होंने ने कहा आपका आंदोलन जमीनी है। किसान बाजार मूल्य से कम मुआवजा क्यों स्वीकार करें। अध्यक्ष ने भूमि अधिग्रहण करते समय भू अर्जन पदाधिकारी कैमूर एवं भूमि सुधार उप समाहर्ता ने भूमि अधिग्रहण कानून का पालन नहीं किया। उन्होंने ने दोषी अधिकारियों पर कारवाई करने की मांग की। धरना में गोंई सहबाजपुर ठकुहरट विजरा मसोई आदि गांवों के दर्जनों किसान शामिल हुए। पीएनसी इंफ्राटेक लिमिटेड कंपनी का सभी कार्य किसानों के धरना के वजह से रूका हुआ है। कंपनी द्वारा कई मशीन दुसरे कैम्प में शिफ्ट किया जा रहा है। भारत माला परियोजना बनारस रांची टु कोलकाता एक्सप्रेस-वे निर्माण एवं एन एच 219 बाईपास एवं चौरी करण के लिए हजारों किसानों की सैकड़ों हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण की गई है। अधिग्रहण की भूमि की बाजार मूल्य से बहुत कम मुआवजा दी जा रही है।कम मुआवजा को लेकर पिछले ढाई साल से किसान लगातार आंदोलन कर रहे हैं। धरना में लाला सिंह भुपेंद्र सिंह अवधेश सिंह  जमुना साह संजय जायसवाल सचिदानंद सिंह आदि दर्जनों किसान शामिल थे।

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