
गवर्मेंट इंजीनियरिंग कॉलेज शिवहर और एक्यूर्स आईपी केयर के बीच ऐतिहासिक समझौता, नवाचार और स्टार्टअप को मिलेगा बढ़ावा
- आशुतोष कुमार सिंह, ब्यूरो चीफ बिहार
- Mar 10, 2025
- 46 views
जिला ब्यूरो चीफ अंकित कुमार उर्फ आकाश साहू की रिपोर्ट
शिवहर---सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (सीडीएसी) पटना द्वारा आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, शिवहर और एक्यूरस आईपी केयर के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू)पर हस्ताक्षर किए गए।
इस समझौते का उद्देश्य छात्रों और शिक्षकों को बौद्धिक संपदा (आईपीआर), नवाचार, इनक्यूबेशन और स्टार्टअप संस्कृति के विकास के लिए आवश्यक संसाधन, मार्गदर्शन और कानूनी विशेषज्ञता प्रदान करना है।
नवाचार और उद्यमिता को मिलेगा नया आयाम
इस महत्वपूर्ण अवसर पर जीईसी शिवहर के रजिस्ट्रार डॉ. चंदन कुमार, सहायक प्रोफेसर डॉ. शहादत हुसैन, और बिहार स्टार्टअप सेल की जिला समन्वयक श्रेया शाह उपस्थित रहीं। उन्होंने इस पहल को तकनीकी और शैक्षणिक विकास के लिए एक ऐतिहासिक कदम बताया।
वहीं, एक्यूर्स आईपी केयर की ओर से संस्थापक निदेशक डॉ. चित्रा अरविंद और अधिवक्ता वेदांत पुजारी ने समझौते पर हस्ताक्षर किए। उन्होंने नवाचार और बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) जागरूकता को बढ़ावा देने में जीईसी शिवहर को हर संभव सहयोग देने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
इस ऐतिहासिक समझौते पर गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, शिवहर के प्राचार्य डॉ. केशवेंद्र चौधरी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा,"यह समझौता हमारे संस्थान के लिए एक बड़ा कदम है।
इससे हमारे छात्रों और शिक्षकों को नवाचार और बौद्धिक संपदा के क्षेत्र में गहराई से काम करने का अवसर मिलेगा। स्टार्टअप और इनक्यूबेशन कल्चर को बढ़ावा देने के लिए यह भागीदारी मील का पत्थर साबित होगी।"
उन्होंने यह भी कहा कि जीईसी शिवहर अब न केवल तकनीकी शिक्षा में बल्कि अनुसंधान और उद्यमिता के क्षेत्र में भी आगे बढ़ेगा, जिससे छात्रों को अपने नवाचारों को पेटेंट कराने और स्टार्टअप की दुनिया में कदम रखने का अवसर मिलेगा।
जीईसी शिवहर में जल्द होंगी आईपीआर और स्टार्टअप पर कार्यशालाएँ
एक्यूरस आईपी केयर के प्रतिनिधियों ने आश्वासन दिया कि वे जल्द ही जीईसी शिवहर में आईपीआर और स्टार्टअप से संबंधित कार्यशालाएँ और बैठकें आयोजित करेंगे, जिससे छात्रों और संकाय को आधुनिक तकनीकों और आईपीआर प्रक्रियाओं की विस्तृत जानकारी मिल सके।
छात्रों के लिए खुलेंगे नए अवसर, नवाचार और स्टार्टअप संस्कृति को मिलेगी नई गति
इस संगोष्ठी में बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर), नवाचार प्रबंधन और स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देने पर व्यापक चर्चा की गई।
इस समझौते की खबर सुनते ही गवर्मेंट इंजीनियरिंग कॉलेज शिवहर के छात्रों में उत्साह की लहर दौड़ गई। छात्र अब बौद्धिक संपदा और नवाचार के क्षेत्र में नई ऊँचाइयों तक पहुँचने के लिए तैयार हैं। शिक्षकों ने भी इस पहल को सराहा और इसे तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम बताया।
यह समझौता जीईसी शिवहर के छात्रों को तकनीकी क्षेत्र में न केवल शोध करने बल्कि अपने विचारों को व्यावहारिक रूप देने का एक नया मंच प्रदान करेगा। इसके साथ ही, यह भागीदारी बिहार में स्टार्टअप और नवाचार संस्कृति को बढ़ावा देने में भी अहम भूमिका निभाएगी।
रिपोर्टर