आचार्य चाणक्य अखंड भारत के सबसे पहले प्रणीत महापुरुष - कथा वाचक गोविंद भारद्वाज


तलेन । नगर तलेन के मनकामेश्वर महादेव मंदिर परिसर में चल रहीं  कथा के पांचवें दिन भागवत कथा  का रसपान करवाया। संगीतमय कथा के भजनों पर भक्तजन जमकर झूमें।परम पूज्य गुरुदेव श्री गोविंद भारद्वाज ने कहा आचार्य चाणक्य जो सबसे पहले अखंड भारत के प्रणीत महापुरुष रहे हैं उन्होंने कथा में अपील की  हमें महात्मा गांधी जी के साथ-साथ आचार्य चाणक्य का चित्र भारत की करेंसी (मुद्रा) पर रखना चाहिए जिससे आने वाली पीढ़ी अखंड भारत के इस देवदूत को पहचान सके साथ ही  चाणक्य और चन्द्रगुप्त के संबंध और शासन को सामाजिक समरसता का एक आधार स्तंभ बताया। वहीं मंदिर परिसर में चल रहे पंचकुंडीय महायज्ञ के तीसरे दिन यज्ञाचार्य दुर्गा प्रसाद शर्मा ने यजमानो से  विधी विधान पूर्वक यज्ञ आहुतियां करवाई।

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