
खुदरा एवं थोक दवा दुकानदारों का तीन दिवसीय बन्दी
- Lalu Yadav, Reporter Jharkhand/Bihar
- Jan 22, 2020
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जमुई से जिला ब्यूरो चीफ देवेन्द्र कुमार के साथ अशोक कुमार साब की रिपोर्ट
(जमुई) झाझा ।। आज विभिन्न मांगो को लेकर तमाम दवा दुकानदारों ने तीन दिन 3 दिनों की हड़ताल की घोषणा की है । अब जहाँ बिहार में मात्र 5500 ही लगभग फार्मासिस्ट है और पूरे बिहार में दुकानों की संख्या होगी लगभग, 50,000, पचास हज़ार,
नियमानुसार एक फार्मासिस्ट को अब एक ही दुकान पर बैठने या खोलने का अधिकार है, अब जरा सोचिये की इतनी दुकाने जो चल रही है बिहार में,
उसका क्या होगा । देखना है कि सरकार आगे क्या रणनीति अपनाती है । इन लोगोँ की मांग है कि हम सभी को भी डिग्री की पढ़ाई करवाने की ब्यबस्था करें। इनलोगो की सरकार से प्रमुख मांग यह है कि फार्मासिस्ट समस्या का जब तक सरकार के द्वारा समाधान नहीं हो जाता है तब तक विभाग द्वारा जारी किए गए सभी अनुज्ञप्तिधारी के साथ निरीक्षण के दौरान इस नियम की आड़ में विभागीय उत्पीड़न एवं रोशन को बंद किया जाए एवं इस नियम के आलोक में किए गए विभागीय कार्रवाई के ऊपर राहत दिया जाए । वही उपस्थित लोगों ने कहा कि विभागीय निरक्षण का उद्देश्य सुधार करने का होना चाहिए, ना कि उसके नाम पर उत्पीड़न एवं शोषण किया जाये। यदि इसके बावजूद भी सरकार के द्वारा उपरोक्त मांगों पर उचित निर्णय नहीं लिया जाता है तो हमलोगों का अगला आन्दोलन अनिश्चित कालीन बन्दी के रूप में होगा। इस मौके पर झाझा प्रखंड के सभी दवा दुकानदार मौजूद थे।
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