बिहार के चार युवा हुए अंतर्राष्ट्रीय युवा संगोष्ठी 2020 में सम्मानित

राम कुमार ब्यूरो चीफ समस्तीपुर

समस्तीपुर ।। बिहार के चार लाल गुजरात के अहमदाबाद मे चल रहे दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय युवा संगोष्ठी 2020 मे हिस्सा लेने के लिए विश्व के अलग अलग कोने से 200 प्रतिनिधियों को चयनित किया गया ।

भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए बिहार राज्य से 4 युवाओं को चुना गया जिनमे विपुल शरण (संस्थापक, स्किल माइंड्स फाउंडेशन),  शशि कुमार सिंह ( चेयरमैन, अपाला फाउंडेशन),  डॉ अरविन्द कुमार (रिसर्च स्कॉलर),  अनीश कुमार (युवा उद्यमी सह विद्यार्थी - व्यवसाय प्रबंधन) शामिल है इस अंतर्राष्ट्रीय युवा संगोष्ठी का उद्देश्य यूनाइटेड नेशन्स द्वारा निर्धारित 17 सतत विकास लक्ष्यों (सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल) को पूरा करने के लिए अलग अलग देशों से आये प्रतिनिधियों की कार्य प्रणाली पर विचार विमर्श कर एक निष्कर्ष तक पहुंचना और वर्ष 2030 तक इन्हे पूरा करना है ।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथियों मे आईआईएम अहमदाबाद के प्रसिद्ध शिक्षाविद प्रोफेसर आनंद कुमार जायसवाल, गुजरात यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर राजश्री क्लर्क,  प्रोफेसर नित्येष भट्ट, प्रोफ़ेसर वागी परीख, नवकिरण मंच की संस्थापिका डॉ अर्चना भट्टाचार्य तथा हस्तलेखन विशेषज्ञ श्री राजेश कोठारी जी सहित कई और गणमान्य रहे ।

ज्ञात हो की बिहार से चयनित चारों युवाओं को इस कार्यक्रम के अंतर्राष्ट्रीय पैनल डिस्कसन मे वक्ता के तौर पर आमंत्रित किया गया है ।

विपुल शरण ने बतौर संस्थापक सह अध्यक्ष,  स्किल माइंड्स,  ने अनुभवों को साझा करते हुए बताया की उनकी पहल गेट-सेट-गो के तहत वो शिक्षा, कौशल, रोजगार उन्मूलन तथा उद्यमिता के विकास मे अपनी सक्रिय सहभागिता निभा रहे हैँ । अब तक सैकड़ों युवाओं को विपुल ने अपने इस पहल के माध्यम से उनके लक्ष्य तक उनको पहुँचाया है और साल 2020 के अंत तक विपुल का लक्ष्य स्किल माइंड्स के माध्यम से 1000 से ज्यादा स्किल डेवलपर का एक सक्रिय नेटवर्क स्थापित करना है जिसके माध्यम से वो ज्यादा से ज्यादा युवाओं को नौकरी करने योग्य अथवा उद्यमिता करने योग्य बना सके ।

विपुल ने बताया की इस दिशा मे उन्होंने अपने कदम IIT खड़गपुर से EDP (उद्यमिता विकास कार्यक्रम) का हिस्सा बनने के बाद उठाये हैँ और पिछले 3-4 सालों मे इसका सक्रिय प्रभाव समाज के युवाओं मे देखकर उनका उत्साहवर्धन हुआ है l 

शशि कुमार सिंह अपाला फाउंडेशन के चेयरमैन है और पेशे से एक शिक्षक है और अब तक हज़ारों विद्यार्थियों को इंजीनियरिंग तथा मेडिकल के क्षेत्र मे सफलता दिलाने मे कामयाब हुए हैँ शशि बताते हैँ की बतौर शिक्षक  समाज मे वंचित समुदाय तक के बच्चों को  गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराना उनका एकमात्र उद्देश्य है । 

डॉ अरविन्द एक रिसर्च स्कॉलर है जो अपने महिला शशक्तिकरण तथा रक्तदान जागरूकता अभियान की वजह से एक प्रसिद्ध चेहरा बन पाये हैँ । उन्होंने 2020 मे महिलाओं को हर क्षेत्र मे जागरूक कर उन्हें शशक्त बनाने के अपने तरीकों को साझा किया । वहीँ अनीश कुमार एक युवा उद्यमी है तथा MBA के छात्र भी है जिनका लक्ष्य समाज के लोगों को उद्यमिता के प्रति जागरूक करना तथा ज्यादा से ज्यादा उद्यम स्थापित कर बेरोजगारी की समस्या को दूर करना है ।

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