
लापता विक्कू की,तीन दिन बाद मिली लाश आक्रोश में किया ग्रामीणों ने सड़क जाम
- Lalu Yadav, Reporter Jharkhand/Bihar
- Feb 08, 2020
- 331 views
जमुई से जिला ब्यूरो चीफ देवेन्द्र कुमार के साथ धीरज कुमार सिंह की रिपोर्ट
जमुई ।। जिला के भजौर गांव निवासी विक्कू उर्फ लल्लू कुमार सिंह, पिता सुभाष सिंह दिनांक 5/2/ 2020 को लापता हो गया । विक्कू आठवीं क्लास का छात्र था जिसकी उम्र मात्र 13 वर्ष बताया जा रहा है। परिजन दिनभर खोज कर जब थक गए, तो थक हार कर जमुई थाना जाकर रात्रि में उसके लापता की मुकदमा दर्ज कराया। ग्रामीणों के कथानानुसार इसकी जानकारी आरक्षी अधीक्षक को भी दी गई थी। लेकिन प्रशासन बच्चे को ढूंढ नहीं पाई,जिसका खामियाजा यह निकला की उस बच्चे की लाश संदिग्ध अवस्था में भजौर बहियार के बंद पड़े बोरिंग के गड्ढे में पाया गया। मृतक के चाचा विवेका सिंह के कथनानुसार कल तक उस बोरिंग के गड्ढे में कुछ भी नहीं था। यानी उस मासूम बच्चे को रात में मार कर बोरिंग के गड्ढे में डालकर पुआल से ढक दिया गया। आज सुबह पटवन किए जाने के कार्य से वहां ग्रामीण को कुछ शंका होने पर पुआल को हटाया तो देखा किसी की लाश है। लाश मिलने की खबर भजौर गांव में जंगल आग की तरह फैल गई। देखते ही देखते लोगों का तांता लग गया।विक्कू की लाश पहचान होते ही ग्रामीणों में आक्रोश भर गया, पुलिस प्रशासन के खिलाफ और जमुई -लखीसराय मुख्य मार्ग को भजौर गांव के पास जाम कर विरोध शुरू कर दिया। लाश मिलने की खबर मिलते ही जमुई थाना अध्यक्ष सुभाष कुमार सिंह अपने दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे, वही प्रखंड विकास पदाधिकारी पुरुषोत्तम त्रिवेदी भी घटनास्थल पर मौजूद थे।
बाद में घटनास्थल मुख्यालय डीएसपी लाल बाबू यादव, एसडीओ लखिंदर पासवान भी मौका ए वारदात पर पहुंचे ।ग्रामीणों को समझाते हुए जाम हटाने का प्रयास किए तो ग्रामीणों की मांग थी जब तक एसपी आएंगे नहीं तब तक जाम हटाएंगे नहीं।गड्ढे से लाश निकालने के लिए फॉरेंसिक टीम भागलपुर से बुलाई गई है, इस बात का भरोसा दिलाते हुए लाल बाबू यादव ग्रामीणों को समझाते हुए जल्द से जल्द कार्रवाई करने का आश्वासन दिए। जबकि विक्कू एक गरीब परिवार से आता था,विक्कू के पिताजी चिमनी भट्ठा पर मुंशी में कार्य करते हुए अपने परिवार के भरण-पोषण का कार्य कर गुजारा कर रहे थे। तीन भाइयों में विक्कू सबसे छोटा था । ग्रामीणों का आरोप है कि 4 दिन मुकदमा दर्ज किए हुए हो गया प्रशासन अब तक कहां सो रही थी ,क्यों नहीं बच्चे को ढूंढने का प्रयास किया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार फॉरेंसिक टीम 7:30 बजे रात्रि पहुंचकर लाश को अपने कब्जे में लेकर, पुलिस प्रशासन एवं फॉरेंसिंग टीम दोनों मिलकर सबूत इकट्ठा करने में जुट गए। अब देखना यह है की फॉरेंसिक टीम और पुलिस प्रशासन कब तक इस राज से पर्दा उठाते हैं ,की आखिर मासूम का हत्यारा कौन?
रिपोर्टर