
आज भारत का हीरो विरोध में कन्हैया के काफिले पर मोबिल और अंडे की बरसात
- Lalu Yadav, Reporter Jharkhand/Bihar
- Feb 10, 2020
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जमुई से जिला ब्यूरो चीफ देवेन्द्र कुमार के साथ धीरज कुमार सिंह की रिपोर्ट
जमुई ।। जिला में जैसी आशंका थी, वैसा ही हुआ। सोमवार की सुबह लगभग 10.30 बजे जमुई में कम्युनिस्ट नेता कन्हैया कुमार के काफिले पर जय श्री राम के नारों के साथ जला हुआ मोवील और अंडे की बरसात करते हुए लोगों ने हमला कर दिया। जमुई से नवादा जाने के क्रम में जमुई शहर के महिसौड़ी चौक बस स्टैंड के समीप भाजयुमो के कार्यकर्ताओं ने कन्हैया कुमार की गाड़ी पर हमला किया। इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। मौके पर भारी संख्या में मौजूद पुलिस बल ने हमलावरों को वहां से खदेड़ दिया।
इस दौरान घटना की तस्वीर ले रहे मीडिया कर्मियों से काफिले में चल रहे कन्हैया कुमार के लोगों से झड़प भी होने की सूचना है। बताया जा रहा है कि कन्हैया अपने काफिले के साथ नवादा के लिए निकले थे और रास्ते में ही जमुई के अलीगंज प्रखंड क्षेत्र स्थित आढा में भी उनका कार्यक्रम तय था।हमला के वक्त कन्हैया की गाड़ी में उनके साथ सिकंदरा विधायक बंटी चौधरी भी मौजूद थे। रविवार की शाम भी जमुई में कार्यक्रम समाप्त होने के बाद स्टेडियम के बाहर कन्हैया के विरोध में नारे लगे थे। आपको बता दें कि जमुई के कार्यक्रम के बाद रात्रि विश्राम कन्हैया कुमार का जमुई में ही हुआ था।
गाड़ी पर मोबिल के दाग को छुड़ाने के लिए, अपनी कमियों को छुपाने के लिए ,जमुई सिकंदरा के बीच धधौर गांव के पास काफिले को रोककर गाड़ी की सफाई की जा रही थी। सूचना मिलते ही मीडिया कर्मी वहां पहुंचकर जब फोटो लेना चाहा और हमला की जानकारी लेने के लिए पहुंचे पत्रकार को कन्हैया के साथ चल रहे अल्पसंख्यक नेता मो अब्दुल गफ्फारी ने फोटो खींचने से मना करते हुए, पत्रकार को इस हमले का जिम्मेदार ठहराते हुए मीडिया कर्मी को मारने की बात भी कह रहा था। क्या यही संविधान है? क्या यही कानून है? आज इसी के लिए कन्हैया कुमार सरकार के खिलाफ लड़ रहा है। भारत के चौथे स्तंभ को मारने के लिए ।क्या इसी नीति से कन्हैया कुमार अल्पसंख्यकों को भारत की नीतियों से आजादी दिलाएगा।
सरकार क्यों खामोश है? ऐसे देशद्रोही नारा लगाने वाले नेता कन्हैया कुमार से। क्या कानून सिर्फ गरीब, मजबूर, बेबस, लाचार के लिए ही बना है ।देश विरोधी नारे लगाने वालों के लिए नहीं। कल जो हिंदुस्तान तेरे टुकड़े होंगे, हिंदुस्तान मुर्दाबाद, पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगा रहा था ,आज वह भारत का हीरो बन गया है। क्यों खामोश है भारत की सरकार ?अगर इसी तरह सरकार और कानून खामोश रहेगी तो आज एक कन्हैया कुमार पैदा लिया है, कल हजारों कन्हैया पैदा हो जाएगा तब क्या होगा इस देश का।
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