प्रदेश से आ रहे बिहारी मजदूरों के जत्थे को चकाई में मिला आश्रय

बिहार से ब्यूरो चीफ देवेन्द्र कुमार के साथ शक्ति प्रसाद शर्मा की रिपोर्ट

जमुई, चकाई ।। कोरोना वायरस के महामारी से लोग इतना भयभीत है, कि इसका उदाहरण देखने को मिला चकाई ओर जमुई में. धनबाद से 07 लोगों  का जत्था पैदल चकाई पहुंचा. बिहार - झारखंड के बॉर्डर पर प्रशासन की नजर इन लोगों पर पड़ी. पूछताछ के बाद जब माजरा समझ में आया, तो प्रशासन ने सभी को आश्रयगृह में ठहराया. सभी की मेडिकल जांच करवाया गया . प्रखंड प्रशासन ने इनलोगो को भोजन करवाया . उन लोगों ने बताया कि दरभंगा जिला के केवटी थाना स्थित पैगम्बर पुर गांव के रहने वाले हैं. और धनबाद से पैदल अपने गांव जाने के लिए निकले हैं ।

वही उन मजदूरों ने बताया कि वे लोग धनबाद जिला के कुमारदुभी में रहते थे. मेहनत मजदूरी कर भरण पोषण कर रहे थे. अचानक कोरोना की वजह से देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा हुई. जिसके बाद उन्हें काम मिलना बंद हो गया. राशन-पानी की परेशानी होने पर घर वापसी जाने का फैसला लिया. कोई सवारी नहीं मिली, इसलिए पैदल ही निकल चला. मजदूरों के मुताबिक रास्ते में चकाई पुलिस की नजर इन पर पड़ी. चकाई पुलिस ने इन्हें वाहन में बैठाकर अस्पताल लाया गया जहां चिकित्सकों द्वारा सभी का चेकअप किया गया। उसके बाद सभी को स्थानीय फाल्गुनी प्रसाद यादव महाविद्यालय में बने आश्रयगृह में रखवाया गया जहाँ पर सभी को रहने, खाने-पीने की व्यवस्था की गयीं।

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