लॉकडाउन में ऑटो चालकों ने सरकार से लगाई मदद की गुहार, कहा- दाने-दाने को हैं मोहताज

बिहार से ब्यूरो चीफ देवेन्द्र कुमार के साथ जमुई से धीरज कुमार सिंह की रिपोर्ट

जमुई ।। जिले मे ऑटो चालकों का कहना है कि अब तीन वक्त के बदले एक वक्त ही खाना खाकर पूरा परिवार गुजारा कर रहा है. लेकिन कोई भी अधिकारी उनकी बात सुनना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं. जिस कारण दिनोंदिन बुरा हाल होता जा रहा है. वहीं, घर में रखे पैसे भी खत्म हो चुके हैं.लॉक डाउन के कारण ऑटो चालकों की आर्थिक स्थिति दयनीय हो गई है. पिछले 25 दिनों से ऑटो चालक अपने वाहन को सड़क पर नहीं उतार सके हैं. हालात ऐस हो चुके हैं कि घर में रखे पैसे भी खत्म हो गए हैं. वहीं, अब ऑटो चालकों को घर चलाने की चिंता सताने लगी है. ऐसे में चालकों ने सरकार के सामने मदद की गुहार लगाई है.लॉक डाउन में ऑटो का परिचालन बंद रहने से आमदनी पूरी तरह बंद है. घर में रखा राशन भी अब खत्म हो चुका है. रिपोर्टर धीरज कुमार सिंह से बातचीत में कई ऑटो चालकों ने कहा कि वो सभी लॉक डाउन का पालन कर रहे हैं. यह लोगों के हित में है. लेकिन गरीब निसहाय ऑटो चालकों के बारे में भी सरकार को सोचना होगा. ऑटो का परिचालन बंद होने से भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है.ऑटो चालकों ने राज्य और केंद्र सरकार से गुहार लगाई है. उनका कहना है कि वो ऑटो चलाकर पूरे परिवार का भरण-पोषण करते थे. लेकिन अब पूरा परिवार दाने-दाने को मुहताज हो गया है.व चालकों सुमन सिंह,सोनू सिंह,,सोनू रावत,सिंटू सिंह,पवन सिंह राठौर बाबलु सिंह राठौड़, रिंकी सिंह राठौर,सनोज सिंह राठौर,ने कहा कि हम लोगों के पास राशन कार्ड भी नहीं है, जिससे खाद्य सामग्री नहीं मिल पाएगी. वहीं, सभी लोगों ने राशन सामग्री देने की भी गुहार लगाई है ।

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