लाकडाउन में बच्चों के फीस को लेकर खड़े हो रहे सवाल

ब्यूरो चीफ देवेन्द्र कुमार के साथ नरेन्द्र कुमार भारती की रिपोर्ट

जमुई / झाझा ।। कोरोना वायरस जेसी महामारी को लेकर लगाए गए लॉकडाउन में सारी विघालय बंद है ऐसे में बच्चो के फीस का सवाल गहराता जा रहा है। वही झाझा केंद्रीय विधालय में बच्चो को फीस जमा करने का मैसेज अभिभावकों को दिया गया ।जिसको लेकर बुधवार को केवीएस में पढ़ने वाले बच्चो के अभिभावकों ने स्कूल परिसर के बाहर इसका विरोध जताते हुए सरकार से लेकर जमुई सांसद से तीन माह का फीस माफ करने का मांग किया। प्रदर्शन के दौरान अभिभावकों ने अपने अपने हाथों में मार्च, अप्रैल, मई का फीस माफ करो केंद्रीय विद्यालय संगठन इस पर अमल करोजैसे तख्ती भी लिए थे। वही प्रदर्शन में शामिल अभिभावक बिंदु कश्यप, सतेंद्र कुमार, सन्तोष कुमार सिन्हा, अरुण कुमार पासवान ,दीपक चौधरी, विनोद पासवान, रामाशीष, दिलीप शर्मा सहित अन्य लोगो ने बताया कि हर अभिभावक का सपना होता है कि उसका बच्चा एक अच्छे स्कूल में पढ़ कर एक अच्छे मुकाम को हासिल करें चाहे वह अमीर हो या गरीब हो।वही झाझा केवीएस में सभी वर्ग के लोगो का बच्चा शिक्षा ग्रहण कर रहा है।देश मे कोविड-19 के कारण लॉकडाउन लगा दिया गया है जिसमे मार्च से ही हमलोगों का कामकाज भी ठप है।लॉकडाउन में हमलोगो के पास जब पेट भरने के लिये कोई सुविधा नही उपलब्ध हो रहा है तो हमलोगों के पास   इस विकट परिस्थितियों में फीस देने के लिये पैसा कहाँ से आएगा।वर्तमान समय मे हर तबके के लोग एक एक पैसा के जुगाड़ में परेशान हैं तो उसपर हमलोग अपने बच्चो का फीस कैसे जमा कर पाएंगे।आगे अभिभावकों ने कहा कि एक तरफ सरकार के तरफ से इस परिस्थितियों में संयम रखने को कह रहा है तो दूसरी ओर केंद्रीय विधालय संगठन हमलोगों के सामने कर्ज लेने की नोबत पैदा कर रहा है।इनलोगो ने कहा कि हमलोग तीन माह की फीस माँफ करने को लेकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय से लेकर जमुई सांसद और केंद्रीय विधालय संगठन को पत्र भेज रहे हैं अगर फिर भी हमलोगों की मांग को नजरअंदाज कर दिया जाएगा तो हमलोग चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करेंगे।

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